कोविड रिपोर्ट निगेटिव हो और फिर भी लक्षण बने रहें तो क्या करें? डॉक्टर पारुल ने दिया यह जवाब What to do if the Kovid report is negative and the symptoms still persist? Doctor Parul gave this answer

नई दिल्ली. गुजरात के सूरत में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की रेस्पिरेटरी मेडिसिन डिपार्टमेंट की चीफ डॉक्टर पारुल वडगामा ने दावा किया है कि हर शहर में कोरोना संक्रमण का पीक अलग चरण में है. देश के अधिकांश हिस्सों में मई के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक पीक आ सकता है. जून के महीने में हम कोविड के मामलों में गिरावट देख सकते हैं.
डॉ. पारुल ने कहा कि देश में ऑक्सीजन की भारी कमी है. हमें निश्चित रूप से अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता है लेकिन जब तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचता है, तब तक हमें एक चिकित्सक के रूप में मौजूदा आपूर्ति का सही तरीके से इस्तेमाल करना होगा. उन्होंने कहा कि सूरत मेडिकल कॉलेज में हम ऑक्सीजन का खर्च कम करने और उपलब्ध ऑक्सीजन का उपयोग सही दिशा में इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति के सवाल पर डॉक्टर ने कहा कि मुझे लगता है कि महाराष्ट्र में सितंबर के बाद तीसरी लहर आ सकती है लेकिन हमें अभी से खुद को तैयार करने की जरूरत है. हमें बुरे दिनों से सीखने की जरूरत है. हमें अपने हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने की जरूरत है. हमें निश्चित रूप से अधिक ऑक्सीजन वाले बेड, अधिक ऑक्सीजन प्लांट, अधिक वेंटिलेटर की आवश्यकता है.
रिपोर्ट निगेटिव हो और लक्षण बने रहें तब क्या करें?
डॉक्टर ने कहा कि इसके अलावा हमें ट्रेंड लोगों की जरूरत होगी. हमने पहले से ही अपने नर्सिंग छात्रों और पैरामेडिकल स्टाफ को जीवन-रक्षक प्रक्रियाओं जैसे बाइ-पैप, वेंटिलेटर सेट अप, ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने आदि के लिए ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है. कोविड अब हमारे बीच ही रहेगा. हमें हमारे मेडिकल मैनपावर को इस तरह से ट्रेनिंग देनी होगी ताकि वह बढ़ते कोरोनी मामलों के बीच स्थिति को संभाल सकें.कोरोना के लक्षण होने और फिर भी रिपोर्ट नगेटिव आने के संदर्भ में डॉक्टर ने कहा कि अगर आपके लक्षण हल्के हैं जैसे कि आपको बुखार, माइलियागिया, शरीर में दर्द, खांसी है तो अपने आप को आइसोलेट कर लें और दवाएं लें. अपने आप को डीहाइड्रेटेड ना होने दें. ऑक्सीजन लेवल मापते रहें. अगर ऑक्सीजन लेवल गिरता है, तो आपका RTPCR पॉजिटिव हो या नहीं, दोनों ही दशा में डॉक्टर से संपर्क करें और अस्पताल में भर्ती हों.