बीएसपी प्रबंधन द्वारा मजदूरों पर एकतरफा उठाया गया कदम गलत-एच एस मिश्रा, BSP management’s unilateral step on laborers wrong – HS Mishra
श्रमिकों के साथ होने वाले हर गलत फैसले का विरोध करेगी एचएमएस
भिलाई / श्रमिक सभा एच.एम.एस युनियन के अध्यक्ष श्री एच.एस.मिश्रा ने खेद जताया कि 25 अपे्रल 2021 को भिलाई इस्पात संयंत्र में मजदूरों पर प्रबंधन की एक तरफा उठाया गया कदम समझ से परे है। हमारी युनियन सदैव श्रमिक व संयंत्र के हित में आवाज उठाते रही है इस बात से पूरा भिलाई व प्रदेश अनजान नहीं है 2020 में जब पूरे विश्व के साथ साथ भिलाई में भी कोरोना फैला तो एच.एम.एस युनियन ईलाज की उचित व्यवस्था हेतु प्रबंधन को सचेत किया परंतु प्रबंधन केवल मूकदर्शक बनी रहीं, जबकि राज्य व केन्द्र सरकार खाली भवनों, रेलगाडिय़ों स्कूलों व निजी अस्पतालों में कोविड 19 के ईलाज सेंटर के रूप में परिवर्तित कर इलाज की व्यवस्था की। बीएसपी में जब कार्मिकों की मरने वालों की संख्या 27 पार हुई तब एच.एम.एस युनियन सेक्टर 9 अस्पताल के चौराहे पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन की तब बीएसपी व अस्पताल प्रबंधन नींद से जागा और चेस्ट वार्ड को कोरोना वार्ड के रूप में तैयार कर इलाज करना शुरू किया और मृत्युदर नियंत्रण पाया गया। श्री मिश्रा ने कहा कि यह सफलता अल्प कालिक रही। कोरोना का दूसरा दौर पूरे देश के साथ साथ बीएसपी भिलाई के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हुआ व वर्कर के साथ साथ पूरे भिलाई में सैकड़ों की संख्या में कोरोना से मौते हुई भिलाई इस्पात संयंत्र के 172 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी जान गवां दिये। हमारे वर्कर व युनियन की ओर से प्रबंधन को कई बार प्लांट में रोस्टर प्रणाली लागू करने सेक्टर 9 अस्पताल में इलाज की व्यवस्था सुधारने की आई.आर विभाग में ज्ञापन दिये परंतु प्रबंधन ने कोई संतोषजनक कदम नही उठाया। हमने कोरोना से मृत कर्मी के आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने प्लांट के अंदर उत्पादन को जरूरत के अनुसार बंद करने या कम करने का भी ज्ञापन प्रबंधन को दिया गया था जिससे संयंत्र के अंदर कोरोना संक्रमण के चैन काबू में आ सके। कोरोना पर इसके जांच व इलाज के लिए एक से अधिक स्थानों पर व्यवस्था करने अनुकंपा नियुक्ति के साथ साथ 1 जनवरी 2017 से लंबित श्रमिकों के वेतन समझौता की मांग वर्कर एवं युनियन विगत कई माह से करते आ रहे है। सेल प्रबंधन व बीएसपी प्रबंधन द्वारा उचित निर्णय न ले पाने व कोरोना से मौत में वृद्धि से आक्रोशित होकर 10 मार्च 2021 को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन बोरिया गेट में जिला प्रशासन से अनुमति लेकर किया गया। इस बीच एनजेसीएस की बैठक भी बेनतीजा रही जिससे वर्कर आक्रोशित होकर 03/04/2021 को प्लांट में कई विभागों में वर्करों ने टूल डाऊन कर अपना विरोध दर्शाया। श्री मिश्रा ने कहा कि इस दरम्यान ईडी (पी एण्ड ए) ने वर्करों को आश्वासन दिया था कि 23/04/2021 को एनजेसीएस के बैठक में अनुकंपा नियुक्ति पर चर्चा कर उचित निर्णय लेेने का प्रयास करेंगे। पूरे देश में हम देख रहे है कि कई शहरों में अस्पतालों में मौत होने पर उनके परिजनों ने आक्रोश प्रकट किया है। 23/04/2021 को जब वेतन समझौता पर निर्णय नही हुआ तथा अनुकंपा नियुक्ति पर भी कोई निर्णय नही हुआ तब वर्करों में आक्रोश पनपना स्वाभाविक है इसलिए 24/04/2021 को कई विभागों में वर्करों ने पुन: टूल डाऊन का निर्णय लेकर शांति पूर्ण ढंग़ से बैठ गये। श्री मिश्रा ने कहा कि 23/04/2021 को हमारी युनियन द्वारा दुर्ग जिलाधीश महोदय को एक पत्र लिखकर प्लांट के अंदर संक्रमण को रोकने रोस्टर प्रणाली लागू करवाने व उत्पादन को जरूरत के हिसाब से नियंत्रित करने के लिए प्रबंधन को निर्देश देने का अनुरोध पत्र दिये थे जिससे कोरोना की चैन तोड़ा जा सके। श्री मिश्रा ने कहा कि हमारी युनियन डायरेक्टर इंचार्ज के कार्यालय में मिलने हेतु समय लेने का प्रयास किया था परंतु उधर से मुलाकात का समय नही मिला। आज तक भिलाई में कई एमडी रहे जो आगे जाकर सेल चेयरमैन के रूप में कार्य किये वे हमेशा भिलाई में युनियन व वर्करों से निरंतर जुड़े रहे। आज के सीईओ डायरेक्टर इंचार्ज 3-4 वर्षों से भिलाई में है पंरतु इनका जनसंपर्क कभी नही रहा। पहले भी युनियन ने प्रबंधन के किसी भी अधिकारी के विरूद्ध नामजद शिकायत नही किया पर अभी अपनी विफलता को छुपाने जानबुझकर आक्सीजन प्लांट का नाम जोड़कर केस लगाया गया व 13 कर्मचारियों को संस्पेड किये है और 19 कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस दिया गया है। यह सरासर गलत है। यह प्लांट के भविष्य के लिये उचित नहंी है। श्री मिश्रा ने कहा कि तत्काल संस्पेसन और शोकॉज नोटिस वापस लिया जाये और 4 कर्मचारियों पर झूठे आरोप लगाये गये है उसको भी तत्काल प्रंबंधन रिपोर्ट वापस ले। जो उद्योग एवं कर्मचारी हित में होगा। प्रबंधन इस गलत कदम को सुधारे और भिलाई को बदनामी से बचायें। श्री मिश्रा ने कहा कि 6 मई की हड़ताल को सफल बनाने के लिए कर्मचारी सकारात्मक पहल करें।