कोविड हास्पिटल में कोरोना योद्धा बनकर तैनात हैं पुलिस के जवान, Police personnel posted as corona warriors in Kovid Hospital
सुरक्षा की जिम्मेदारी के साथ पीडि़त परिजनों की कर रहे मदद
भिलाई / कोरोना के लिहाज से बेहद संवेदनशील दुर्ग जिले में खाकी वर्दी वालों की मुस्तैदी देखते बन रही है। जिला पुलिस और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान कोविड हास्पिटल में तैनात किए गए हैं। ये जवान सुरक्षा के साथ पीडि़त परिजनों को जरुरत होने पर हरसंभव मदद पहुंचा रहे हैं। दुर्ग जिले में 15 निजी और तीन सरकारी अस्पताल में कोविड मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। इसमें सरकारी अस्पतालों में जिला अस्पताल, सुपेला का शास्त्री अस्पताल और धमधा का अस्पताल शामिल हैं। जबकि निजी स्तर पर भिलाई-दुर्ग के 15 अस्पताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है। कोरोना को लेकर बनी भयानक स्थिति के चलते अस्पतालों में आए दिन विवाद हो रहा है। इस लिहाज से सभी अस्पतालों के बाहर पुलिस सहायता केन्द्र बनाया गया है। इन केन्द्रों में जिला पुलिस और सशस्त्र बल के जवानों को तीन पालियों में तैनात रखा गया है। पुलिस और सशस्त्र बल के ये जवान कोरोना योद्धा बन कर सेवा दे रहे हैं। कोरोना मरीज के उपचार और भुगतान से संबंधित मामले में विवाद की स्थिति पैदा हो रही है। ऐसे समय में खाकी वर्दी में तैनात जवान न केवल सरकारी बल्कि निजी अस्पतालों को भी सुरक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। उनका यह योगदान इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि निजी अस्पताल कोविड मरीजों के उपचार बाकायदा भुगतान लेकर कर रहे हैं। पुलिस के इन जवानों के द्वारा मरीजों के परिजनों को भी मार्गदर्शन और आवश्यक जानकारी सहज उपलब्ध कराते हुए कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। बावजूद इसके शासन प्रशासन उनके योगदान को वह सम्मान नहीं दे पा रहा जैसा चिकित्सकीय पेशे से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को मिल रहा है।