मंदिर का रास्ता बंद हुआ तो सड़क किनारे पड़े पत्थर की शुरू कर दी पूजा, चढ़ा रहे नारियल और तेल
राजस्थान के सीकर में स्थित भैरूजी मंदिर के रास्ते में इन दिनों आपको एक अनोखा दृश्य देखने को मिलेगा. यहां आपको सड़क पर ही नारियल और पत्थर पर चढ़ाया तेल नजर आएगा. मंदिर से 6 किलोमीटर दूर यह दृश्य देखकर आप हैरान रह जाएंगे. इसके पीछे की कहानी बड़ी रोचक है. दरअसल, सीकर में भैरूजी मंदिर तक जाने वाली सड़क टूट गई है, जिसके पुनर्निर्माण का काम चल रहा है. इस कारण प्रशासन ने यह रास्ता श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है. मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल ही पहाड़ी की लंबी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. वाहनों तो मंदिर पहुंचना संभव ही नहीं है. ऐसे में लोगों ने भैरूजी की पूजा का नया तरीका इजाद कर लिया है. लोगों ने मंदिर जाने वाले रास्ते में सड़क किनारे पड़े पत्थर पर ही तेल चढ़ाना शुरू कर दिया. यहीं पर नारियल भी चढ़ा देते हैं.
दरअसल, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मंदिर तक आने वालों की संख्या कम हो गई है. इस बीच मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क भी क्षतिग्रस्त है, जिसको देखते हुए लोगों ने सड़क किनारे पत्थर की पूजा शुरू कर दी. मंदिर तक नहीं पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने पूजा करने का भी शॉर्ट-कट तरीका निकाल लिया है. आपको बता दें कि सीकर जिले का हर्ष पर्वत राजस्थान में गुरु शिखर के बाद दूसरी सबसे ऊंची चोटी है. हर साल यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और इसके साथ-साथ यहां का धार्मिक महत्व भी है.
सीकर में भैरूजी का प्राचीन मंदिर होने के कारण इसे हर्षनाथ पर्वत कहा जाता है. पिछले कुछ समय से यहां की सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है और मंदिर से 6 किलोमीटर पहले ही प्रशासन ने रास्ता बंद कर दिया और पुलिस की चेकपोस्ट बना दी. पहाड़ी पर हादसे होने की वजह से यह चेकपोस्ट बनाई गई है. अब केवल पैदल ही मंदिर तक जा सकते हैं, लेकिन 6 किलोमीटर की लंबी चढ़ाई होने के कारण काफी लोग वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं. यही वजह है कि लोगों ने सड़क किनारे पत्थर की पूजा शुरू कर दी.