वेस्ट दिल्ली से 2 करोड़ रुपये मिलने के मामले का क्या है राजनीतिक कनेक्शन What is the political connection of the case of getting 2 crore rupees from West Delhi?

दिल्ली से लेकर पंजाब तक के राजनीतिक गलियारों में अक्सर चर्चा का केंद्र में रहने वाले दो सिख नेता की आने वाले वक्त में उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है. क्योंकि मामला इनकम टैक्स से जुड़ा हुआ है. पिछले कुछ दिनों पहले इनकम टैक्स की टीम को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में संदिग्ध तरीके से बरामद करीब दो करोड़ रुपये मामले की तफ्तीश मामले में कई नए इनपुट्स प्राप्त हुए हैं. उसी के आधार पर इनकम टैक्स की टीम करीब दो सप्ताह के अंदर ही तीन लोगों से पूछताछ करने वाली है.
बताया जा रहा है कि दो-तीन दिनों के अंदर ही पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया जाएगा. उसके बाद पूछताछ के लिए सिविक सेंटर स्थित इनकम टैक्स के दफ्तर में करीब दो सप्ताह के बाद बुलाया जाएगा. हालांकि कोरोना संक्रमण काल और दिल्ली में लगे लॉकडाउन के मद्देनजर बयान दर्ज करवाने का मामला थोड़ा ठंडा पड़ गया है, क्योंकि पिछले पांच दिनों से दिल्ली में लगे लॉकडाउन की वजह से इनकम टैक्स की टीम को नोटिस भेजने और बयान दर्ज करने में काफी दिक्कतें आ रही है.
क्या है राजनीतिक कनेक्शन
इनकम टैक्स के सूत्रों के मुताबिक, जो एक बडा आरोप है की इसी महीने 25 अप्रैल को गुरुद्वारा सिख मैनेजमेंट कमेटी का चुनाव होना तय था. उसी चुनाव के मद्देनजर मतदान करने वाले लोगों को अपने पक्ष में कराने के लिए कुछ लोगों द्वारा ये पैसे बांटने सहित खर्च करने के लिए इस दो करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया था, लेकिन जिन तीन लोगों को पैसे लाने और पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. पंजाबी बाग थाना इलाके में दिल्ली पुलिस की सतर्कता की वजह से ये मामला सामने आया और 12 अप्रैल को करीब एक करोड़ रुपये मौके से दो आरोपियों के पास से जब्त किया गया था.
दरअसल 12 अप्रैल को जब पंजाबी बाग थाना इलाके में पुलिस की टीम बैरिकेडिंग लगाकर जांच पड़ताल कर रही थी. उसी दौरान राकेश नाम के सिपाही जो उस वक्त नशे में गाड़ी चलाने वालों और खुलेआम शराब पीने वालों पर नजर रखने और उसके खिलाफ कार्रवाई करने के इलाके में बाइक से पेट्रोलिंग कर रहा था. उसी दौरान तीन लोगों को संदिग्ध में उसने देखा तो सिपाही राकेश को थोड़ा शक हुआ पास में पहुंचकर उसने जब वहां बैठे होने की बात की और उसकी जांच पड़ताल करने लगा तो अचानक एक शख्स वहां से भाग गया, लेकिन राकेश और उसके साथी से एक बैग प्राप्त हुआ. इसमें एक करोड़ नकद मिले. उस पैसों के बारे में जब पूछताछ की गई वो वो दोनों कुछ भी नहीं बता पाया. उसके बाद सिपाही राकेश ने तुरंत इस मामले की जानकारी अपने थाना इलाके के एसएचओ और एसीपी विजय चंदेल को दी. उसके बाद मौके पर सीनियर अधिकारी पहुंचे और इस मामले की जानकारी इनकम टैक्स विभाग को दी गई.
इनकम टैक्स विभाग की टीम इस मामले में औपचारिक तौर पर मामला दर्ज करके बाद में करीब एक करोड़ रुपये और बरामद किए और इस मामले में आगे की तफ्तीश शुरू कर दी. इसी दौरान पिछले कुछ दिनों के दौरान मिली कई इनपुट्स के मद्देनजर कई अन्य आरोपियों से पूछताछ की जाएगी की ये पैसा कहां से आया और किसको देना था ? इसके साथ ही इन पैसों को क्या वाकई में गुरुद्वारा से संबंधित चुनाव में प्रयोग किया जाना था या नहीं ? इस आरोप के मसले पर भी तफ्तीश की जा रही है और दर्ज होने वाले बयान के बाद इनकम टैक्स की टीम औपचारिक तौर पर पुष्टि की जा सकती है. जब तक पूर्ण तौर पर सबूतों को इकट्ठा नहीं कर लिया जाएगा तब तक उस नाम को सार्वजनिक करने की जल्दबाजी इनकम टैक्स की टीम नहीं करना चाहेगी.