लॉकडाउन लगते ही ग्रामीण जलाऊ के लिए हरे-भरे पेड़ो पर डाल रहे डोरे, प्रकृति को बिगाड़ने वृक्ष-शाखा काटने का कोदवा क्षेत्र में नया ट्रेंड)
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बेमेतरा/कोदवा:- ज़िले के बेरला विकासखण्ड अंतर्गत स्थित कोदवा क्षेत्र में कोरोना महामारी व ज़िलाव्यापी लॉकडाउन के भीषण दौर में ग्रामीण घरों से बाहर निकलकर हरे-भरे पेड़ो एवं उनकी शाखाओं पर अंधाधुंध कुल्हाड़ी चलाकर वनों एवं पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का नया ट्रेंड चल रहा है।यह गतिविधि लॉकडाउन लगने के बाद से कोदवा परिक्षेत्र के गाँवो में शुरू हुई है।जहाँ पर दर्जनभर पर्यावरण एवं वनविरोधी अपने निजी स्वार्थ एवं मनोरंजन करने के मकसद में घरो से बाहर निकलकर इस तरह के कार्य को बढ़ावा दे रहे है।वर्तमान में कोदवा स्थित दुर्ग-बेमेतरा स्टेट हाइवे पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा पेड़ो को नुकसान पहुंचाया जा चुका है।जानकारी की अभाव में घरेलू ईंधन के लिए ग्रामीण पर्यावरण की सेहत से खिलवाड़ कर रहे है।जो पर्यावरण व प्रकृतिप्रेमियों ले लिए बड़ी चिंता का विषय है।