liqueur expensive in Uttarakhand due to COVID-19 Tax nodark | dehradun – News in Hindi


त्रिवेंद्र सरकार को इससे 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलने का अनुमान है. (फाइल फोटो)
सीएम त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया निर्णय, सरकार के इस फैसले के बाद राज्य को 250 करोड़ रुपये के अतिरिक्त राज्स्व के मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
शराब के शौकीनों को झटका, लेकिन…
सरकार के इस फैसले से शराब के शौकीनों को भले ही बड़ा झटका लगा हो, लेकिन त्रिवेंद्र सरकार को इससे 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलने का अनुमान है. राजस्व जुटाने की दिशा में उत्तराखंड में शराब का नंबर सबसे टॉप पर आता है. उत्तराखंउ में कुल राजस्व का करीब बीस फीसदी शराब से ही आता है. जबकि बीते वित्तीय वर्ष में अकेले शराब से सरकार ने राजस्व लक्ष्य 3200 करोड़ के सापेक्ष 29 सौ करोड़ की कमाई की. इससे उत्साहित सरकार ने इस बार 3600 करोड़ का टारगेट रखा है यानी दस करोड़ रुपए प्रतिदिन की इनकम.
दिल्ली में 70 प्रतिशत टैक्सइससे पहले सोमवार को दिल्ली सरकार ने शराब पर 70 प्रतिशत टैक्स लगा दिया था. इसके बाद दिल्ली में 1 हजार रुपये में पहले मिलने वाली शराब की बोतल का दाम 1700 रुपये हो गया था. हालांकि इसके बावजूद शराब के शौकिनों की संख्या में कोई कमी नहीं आई थी.
बैठक में लिए कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले
राज्य सरकार की कैबिनेट बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इस दौरान हरिद्वार और ऋषिकेश में अस्थियां प्रवाहित करने को भी मंजूरी दे दी गई. साथ ही पेट्रोल और डीजल के दामों को भी बढ़ाने का फैसला लिया गया है. पेट्रोल की कीमत अब 72.56 प्रति लीटर से बढ़कर 74.56 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी, तो डीजल की कीमत में एक रुपए प्रति लीटर की बढोत्तरी की गई है. अब सूबे में डीजल की कीमत अब 64.19 रुपए प्रति लीटर हो गई है.
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First published: May 7, 2020, 8:08 PM IST