भ्रष्टाचार की आकंठ मे रसातल तक डुबा कोंडागांव जिला शिक्षा विभाग* *महापुरुषों के चार फोटो के भुगतान के बदले 4900रु का बिल

*भ्रष्टाचार की आकंठ मे रसातल तक डुबा कोंडागांव जिला शिक्षा विभाग* *महापुरुषों के चार फोटो के भुगतान के बदले 4900रु का बिल*
*आपुर्तिकर्ता फर्म आदित्य इंटरप्राइसेस चंगोराभाटा रायपुर के नाम से स्कूलों को थमायें जा रहे इस फर्जी बिल मे दर्ज मोबाईल नम्बर-8315999323 में काल नहीं लगताा
*बिल में सरकार के नियमों की धज्जियां उडाते हुए जी.एस.टी. नम्बर भी नही है*
*कुल मिलाकर इस फर्जीवाड़े के आड मे करोड़ों का फर्जी भुगतान लेकर शासकीय राशि का गबन करना साफ तौर पर स्पष्ट होने के बावजूद भी जिम्मेदारो का मौन होना मतलब हिस्सेदारी मिलना प्रतीत करता है*
*फर्जीवाड़े कि इंतहा ये है कि ये फर्जी बिल भी स्कूलों तक सप्लायर के द्वारा नही बल्की विभागीय अधिकारियों के टेबल टु टेबल स्कूलों तक पहुंच रहा है अर्थात सप्लायर कौन है ये कोई नहीं जानता*
*जिम्मेदारी कि खानापूर्ति करतें हुए कोंडागांव जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा द्वारा भुगतान रोक देने कि कार्यवाही तो कर दी गई परन्तु इस फर्जी फर्म के फर्जीवाड़े पर प्रशासनिक कार्यवाही शुन्य होने से कहीं न कही मामला उच्च स्तरीय सेटिंग का प्रतित होता है*
*अगर ये फर्म फर्जी है तो जिन स्कूल प्रमुख ने बिल भुगतान कर दिया उसका क्या? इस सब की जिम्मेदारी किसकी? ”जिला जिला शिक्षा अधिकारी? ‘ ”खंडशिक्षा अधिकारी? या बीआरसी की? कौन लेगा जिम्मेदारी?*