छत्तीसगढ़

द्रोपदी का अनंत संताप ही उसकी ताकत और विश्वास ही भक्ति है

।। द्रोपदी का अनंत संताप ही उसकी ताकत और विश्वास ही भक्ति है ।।

।। अन्नपूर्णा माता ।।

।। कुंडा न्यूज़ ।।

विकासखंड पंडरिया के उप तहसील मुख्यालय कुंडा में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी कुंडा के बहुत ही पुराने प्रभात फेरी मंडली, हरि मंदिर समिति, बाब्बे डेरा एवं प्रमुख व्यक्तियों के सहयोग से संचालित थाना के सामने रहस में विगत 15 मार्च से पांच दिवसीय संगीतमय श्री रामकथा का आयोजन किया गया है। जिसमें मां शारदा शक्तिपीठ मैहरधाम मध्यप्रदेश से पधारी अन्नपूर्णा माताजी मानस कोकिला साध्वी ने अपने प्रवचन में बताया कि द्रौपदी का अनंत संताप उसकी ताकत थी, संघर्षों में वह हमेशा अकेली रही, पांच पतियों की पत्नी होकर भी अकेली, प्रतापी राजा द्रुपद की बेटी, धृष्टद्युम्न की बहन फिर भी अकेली, पर द्रोपति के तर्क बुद्धिमता ज्ञान और पांडित्य के आगे महाभारत के सभी पात्र लाचार नजर आते हैं। जब भी वह सवाल करती है पूरी सभा निरुत्तर होती है। महाभारत आज भी उतनी ही प्रासंगिक और उपयोगी है वहीं समस्याएं और चुनौतियां हमारे सामने हैं। राजसत्ता के भीतर होने वाला षड्यंत्र हो, या राजसत्ता का बेकाबू मत या फिर बिक चुकी शिक्षा व्यवस्था हो या फिर छल कपट से मारे जाते अभिमन्यु। आज भी द्रोपतियो का अपमान हो रहा है। कर्ण नदी नाले में रोज बह रहे हैं। पूरी दुनिया के इतिहास में उस जैसी दूसरी कोई स्त्री नहीं हुई, महाभारत में द्रोपदी के साथ जितना अन्याय होता दिखता है, उतना अन्याय इस महाकथा में किसी अन्य स्त्री के साथ नहीं हुआ, द्रौपदी संपूर्ण नारी थी। वह कार्य कुशल थी और लोग व्यवहार के साथ घर गृहस्ती में भी पारंगत। अन्नपूर्णा माताजी अपने प्रवचन में कही की विश्वास ही भक्ति है जिस समय द्रोपदी का चीर हरण हो रहा था उस समय दुर्योधन, दुशासन उनका मान भंग करना चाहते थे। उनके पांच पुरुषार्थी पति, भीष्म पितामह आदि लोगों ने जब उनका लाज बचाने में अपने आप को असमर्थ पाया। द्रोपदी चीखती चिल्लाती रही लेकिन उनका विश्वास रहा की भक्ति से विश्वास पूर्वक वह भगवान कृष्ण को बुलाएगी और भगवान आकरके उनकी लाज का रक्षा किया। आज भी हम भगवान पर भक्ति पूर्वक विश्वास करेंगे, और करते हैं, तो भगवान आज भी हमें अपने अनंत रूपों में से किसी ना किसी रूप में आकर हमारा लाज बचाता है।
इसलिए भी हमें भगवान के प्रति विश्वास एवं भक्ति रखना चाहिए। भक्ति करना चाहिए, श्री राम कथा का आयोजन प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक हो रहा है। संचालक पं. नीलभद्र शर्मा ग्राम आचार्य पं. बालकृष्ण शर्मा एवं पं. विजय शर्मा पं. अंबिका शर्मा है। इस कार्यक्रम के संरक्षक सरपंच, उपसरपंच एवं पंच ग्राम पंचायत, तहसीलदार, थाना प्रभारी कुंडा एवं विशेष सहयोग बाब्बेडेरा, राधेरानी सेवा समिति, हरि मंदिर एवं बोलबम समिति, बजरंग दल कुंडा के तत्वाधान में यह कार्यक्रम आयोजित है, इससे कुंडा के साथ साथ आसपास भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। श्रद्धालुगण अधिकाधिक संख्या में कथा श्रवण करने पहूंच रहे है। कार्यक्रम में सुरेंद्र सिंह छाबड़ा पूर्व सरपंच कुंडा, हरचरण सिंह खनूजा, उमेश चंद्राकर, गोविंद वैष्णव, रामप्रताप चंद्राकर, अनुज चंद्राकर के साथ ही साथ कुंडा वासी एवं क्षेत्रवासी गण उपस्थित रहे ।।

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