छत्तीसगढ़

कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा का आयोजन

कवर्धा, 17 मार्च 2021। जिला कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत् ’’पोषण पखवाड़ा 2021’’ का शुभारंभ करते हुए कलेक्टोरेट परिसर से एक साथ चार सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सुपोषण रथ जिले के सभी विकास खण्ड अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगो को करेंगे सुपोषण के लिये जागरूक करेंगे। सुपोषण अभियान अंतर्गत 16 मार्च से 31 मार्च 2021 तक राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है।
सुपोषण रथ में पोषण माह अंतर्गत गंभीर एवं मध्यम कुपोषित बच्चो की पहचान कर उन्हें तुरंत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने, सतत स्तनपान एवं पुरक पोषण आहार के द्वारा कुपोषण को रोकना तथा किचन गार्डन के माध्यम से घरो एवं प्रतिष्ठानो मे साग सब्जी व फल उपजाने को बढावा देने का संदेष दिया जायेगा। सुपोषण रथ में पोषण के 5 सूत्र को बताया जायेगा। इसके तहत पोषण के पहले सुनहरे एक हजार दिन नवजात शिशु के लिए महत्वपूर्ण है। इससे बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। पौष्टिक आहार, एनीमिया की रोकथाम, डायरिया का प्रबंधन और स्वच्छता और साफ सफाई जरुरी है। पौष्टिक आहार मे भोजन में विटामीन सी युक्त आहार लेने से बेहतर समावेष होता है। ऐसे महत्वपूर्ण बातो की जानकारी रथ के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाई जाएगी। जिले के चारों ब्लाॅक हेतु 4 सुपोषण रथ तैयार किया गया है, जो जिले के सभी गांवो, वार्डो, चैक-चैराहो, बाजार, बस स्टैण्ड, सभी आंगनबाडी केन्द्रो एवं विभिन्न स्थानों में जाकर लोगो को सुपोषण के संबंध मे व गृहभेंट एवं परामर्ष के अंतर्गत गर्भवती, नवजात शिशु के घर, छह माह से दो वर्ष के बच्चो के घर, कुपोषित बच्चों के घर जाकर आंगनबाडी कार्यकर्ता के द्वारा बच्चो के पोषण स्तर मे सुधार तथा सुपोषित करने संबंधी जानकारी देंगे। जिला कलेक्टर ने कहा सुपोषण सभी बच्चो के लिए जरुरी है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रो मे सुपोषण की जानकारी व कुपोषण के दुष्प्रभाव से लोगो को अवगत कराये।
सुपोषण रथ के रवानगी के समय श्री आनंद कुमार तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, श्री सूर्यकांत गुप्ता, जिला महिला बाल विकास अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनबाडी कार्यकर्ता महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई नवा बिहान तथा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, उपस्थित थे।

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