छत्तीसगढ़

जिला अस्पताल रायपुर में बहरेपन की जांच कर देंगे निश्शुल्क मशीन, शिविर आज से

राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम एवं नियंत्रण के कार्यक्रम तहत विश्व श्रवण दिवस पर जिला अस्पताल पंडरी में कान रोग की स्क्रीनिंग के लिए कार्यक्रम का आयोजन गया है। शिविर तीन से 10 मार्च तक चलेगा। इस दौरान जांच के साथ ही कान रोग से बचाव के उपचार की जानकारी भी लोगों को दी जाएगी।

 

सिविल सर्जन डा. पीके गुप्ता ने बताया कि शिविर में चिकित्सीय सलाह, दवाइयों के साथ-साथ आवश्यकता अनुरूप श्रवण यंत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे जिनको जन्म से ही बहरापन है।

उन बच्चों के लिए काक्लियर इम्प्लांट की सुविधा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित योजना के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। स्क्रीनिंग के दौरान मिले गंभीर और अति गंभीर मरीजों के लिए रेफर की व्यवस्था भी की गई है। कान की जांच की बेहतर सेवाएं मुहैया कराने के लिए राज्य स्तर से स्किल बेस्ड हैंड आन ट्रेनिंग, आधुनिक कान की जांच के लिए मशीन (बीइआरए मशीन इंडिपेंडेंस आडियोमीटर, प्योरटोन आडियोमीटर, ओएइ मशीन) दवाइयों की व्यवस्था की गई है।

बीमारी की स्थिति को समझें

 

विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार दुनिया भर में 4,660 करोड़ यानि दुनिया की आबादी का पांच फीसद से अधिक लोग बधिरता रोग से ग्रस्त हैं। इनमें 3.4 करोड़ बच्चे हैं। विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सर्वे के अनुसार भारत में लगभग 6.3 करोड़ लोग बधिरता रोग से पीड़ित हैं। राष्ट्रीय सैंपल सर्वे 2001 के अनुसार प्रति लाख आबादी में 291 व्यक्ति बधिरता रोग से पीड़ित हैं, जिसमें 0 से 14 वर्ष के बच्चे अधिक प्रभावित हैं। बधिरता रोग को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015 में 14 जिलों में प्रारंभ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था। जो अब प्रदेश के सभी 28 जिलों में संचालित किया जा रहा है।

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