छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

वर्चुअल सरपंच संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन, Virtual sarpanch dialogue program organized

केन्द्रीय संयुक्त सचिों ने की जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले सरपंचों से चर्चा

दुर्ग / संयुक्त सचिव जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार ए.पी. सिंग एवं ज्वाईंट डायरेक्टर अरूण बरोका स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) भारत सरकार के द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंचों के साथ चर्चा करने हेतु वर्चुअल सरपंच संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला दुर्ग के एन.जी.टी. ग्राम पंचायत पतोरा में स्वच्छता के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ठ कार्यों हेतु ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती अंजीता गोपेश साहू का चयन उक्त सरपंच संवाद के लिये किया गया। सरपंच एवं सरस्वती दीदी स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष व सदस्यों द्वारा जिला पंचायत दुर्ग से ऑनलाईन विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल सरपंच संवाद में प्रतिभाग किया गया एवं संवाद के दौरान सरपंच के द्वारा ग्राम में किये गये कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। 2016 में खुले में शौचमुक्त शौचालय का शत्प्रतिशत उपयोग, ग्राम में निर्मित किये गये सेग्रीगेशन वर्कशेड, हैण्डपम्प में मॉडल सोख्ता गड्ढा, त्रि-स्तरीय जल शुद्धिकरण इकाई, घरेलु सोख्ता गड्ढा आदि की जानकारी दी गई। ग्राम में सभी घरों में शौचालय निर्माण 2016 में पूर्ण हो चुका है। सभी के द्वारा शौचालयों का उपयोग किया जा रहा है। ग्रामीण शौचालय के उपयोग के प्रति जागरूक हैं। इसलिये खुले में शौच पूरी तरह बंद है। बाहर से ग्राम में आने वाले लोगों के लिये सामुदायिक स्तर पर शौचालय की व्यवस्था की गई है। सामुदायिक शौचालय का रख-रखाव स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूह के माध्यम से किया जा रहा है। समूह के माध्यम से शौचालय उपयोगकर्ताओं से शुल्क लिया जा रहा है। प्राप्त शुल्क एवं पंचायत मद से शौचालय का रख-रखाव किया जा रहा है। ग्रामीण स्तर पर यदि कोई सामाजिक पारिवारिक आदि कार्यक्रमों में संबंधित को सामुदायिक शौचालय किराये पर स-शुल्क  दिया जाता है। ग्राम पंचायत में खुले में शौच पूर्णत: प्रतिबंधित है। ग्राम पंचायत में सभी वार्डों में नाली की व्यवस्था है। नाली में बहने वाले पानी का उपचार हेतु त्रि-स्तरीय जल शुद्धिकरण इकाई तैयार की गई है। उपचारित पानी को तालाब में छोड़ा जा रहा है। ग्राम में 60 सोख्ता गड्ढा निर्माण किया गया है। भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा स्वच्छाग्राहियों से चर्चा किये जाने पर जानकारी दी गई कि ग्राम में सेग्रीगेशन वर्कशेड का निर्माण किया गया है। स्वच्छाग्राहियों द्वारा प्रतिघर कचरा एकत्र कर वर्कशेड में सेग्रीगेड किया जाता है। पुन: चक्रण किये जाने वाले कचरे को कबाड़ी को बेचा जा रहा है। स्वच्छाग्राहियों द्वारा अब-तक 25000 रुपए का कचरा कबाड़ी के पास विक्रय किये जाने की जानकारी दी गई। उक्त आय स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूह को प्राप्त हो रही है। सिंगल यूज प्लास्टिक से सड़क बनाने हेतु योजना तैयार की गई है। मशीन के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपचार करने हेतु आगामी योजना में कार्य किया जायेगा। ग्राम में 60 रुपए प्रति घर स्वच्छता शुल्क प्रारंभ कर दिया गया है। जिसमें लगभग 45000 रुपए स्वच्छता शुल्क प्राप्त हुआ है। भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत पतोरा में किये जा रहे कार्यों की सराहना की गई ।

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