कोरोना के नये मामलों में तेजी ने बढ़ाया टेंशन, Increased tension in new cases of corona
लोगों में फिर से बनने लगा खौफ का माहौल
सरकारी अमले में दिखने लगी मुस्तैदी
भिलाई / रोजाना दर्ज किए जाने वाले कोरोना के मामलों में अचानक आई तेजी ने आम लोगों के साथ ही शासन-प्रशासन का टेंशन बढ़ा दिया है। कुछ महीनों के अंतराल के बाद लोगों में कोरोना संक्रमण की आशंकाओं से खौफ का माहौल फिर से बनने लगा है। सप्ताह भर के भीतर संक्रमण के नये मामलों में तेजी के बाद सरकारी अमले में मुस्तैदी दिखने लगी है। दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अचानक तेज हो गई है। सप्ताह भर पहले तक जिले में प्रतिदिन 50 से भी कम कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे थे। लेकिन अब प्रतिदिन का आंकड़ा 50 से अधिक दर्ज होने लगा है। आंकड़ों से यह तो स्पष्ट है कि कहीं न कहीं लोगों के द्वारा अपने स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेज होते ही लोगों में फिर से भय नजर आने लगा है। नगर निगम व पालिका प्रशासन की ओर से भी फिर एक बार मुस्तैदी दिखाते हुए लोगों को संक्रमण रोकने के प्रति आगाह किया जा रहा है। नगर निगम भिलाई के द्वारा बगैर मास्क लगाये सार्वजनिक स्थलों में घूमने वालों के खिलाफ चालानी कार्यवाही फिर से शुरू कर दी गई है। इस तरह की कार्यवाही अक्टूबर महीने में ही धीमी पड़कर शांत हो गई थी। भिलाई के बाद जिले के अन्य निकाय क्षेत्र में भी लोगों को मास्क पहनकर ही बाहर निकलने के लिए जागरुक किया जा रहा है। गौरतलब रहे कि अक अक्टूबर 2020 को दुर्ग जिला अनलॉक होने के बाद दुबारा लॉकडाउन लगाने की नौबत नहीं आई। धीरे-धीरे शहर से लेकर गांव तक में सारी गतिविधि सामान्य नर आने लगी। निजी मिनी बस, आटो जैसे सवारी वाहन अक्टूबर महीने से ही चल रहे हैं। दुकानों को खोले जाने की समय सीमा को लेकर भी कोई बंधन अब रहा नहीं। लेकिन जिन शर्तों के साथ एक अक्टूबर को अनलॉक घोषित किया गया था, उसका पालन कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ करने में लोगों की दिलचश्पी गायब होती चली गई। यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि सरकारी गाइड लाइन के अनुसार स्थानीय अथवा लंबी दूरी की बसों में 50 प्रतिशत सवारी बिठाये जाने के साथ ही सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित रखने का फरमान है। लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा है। ज्यादातर सवारी बिना मास्क पहने ही बगैर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बस और आटो में सफर कर रहे हैं। बाजार से लेकर सरकारी कार्यालयों में भी मास्क की अनदेखी करने वालों पर सख्ती गायब हो चुकी है। रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग की तैयारी कोरोना संक्रमण की रफ्तार में तेजी के बाद राज्य शासन ने जिला प्रशासन को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बाहर से खासकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व दिल्ली की ओर से आने वाले रेल यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं काटेक्ट टेसिंग के लिए तैयारी की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने इसके लिए रेलवे प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा जताई है। इसके अलावा लोगों को सार्वजनिक जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के प्रति जागरूकता अभियान पुन: चलाने जाने पर जोर दिया जा रहा है ।