COVID-19 linked to rare childhood inflammatory illness know symptoms | कोरोना के बाद भारत में फैल सकती है ये रहस्यमय बीमारी, बच्चों को है ज्यादा खतरा, आज ही जानिए इसके लक्षण | health – News in Hindi


कोरोना वायरस के बाद बच्चों में फैल रही इस बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है.
डॉक्टर मारिया वैन कोरखोव के अनुसार बच्चों में हाथों, पैरों पर लाल चकत्ते निकलना, सूजन आना और पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें तो ये इंफ्लामेट्री सिंड्रोम हो सकता है.
बच्चों के लिए बड़ा खतरा
डॉक्टरों के अनुसार इस बीमारी में शरीर में मल्टी सिस्टम इंफ्लामेंट्री सिंड्रोम (Multi System Infantry Syndrome) यानी जहरीले तत्व उत्पन्न होने लगते हैं और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलते हैं. इस दुलर्भ बीमारी में शरीर के कई हिस्से काम करना बंद कर देते हैं, जिससे बच्चे की मौत हो सकती है.
कोविड प्रभावित इलाकों में ज्यादा खतरा लेसेंट की रिपोर्ट के अनुसार, इटली के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस और इस दुलर्भ बीमारी के बीच का संबंध ढूढ लिया है. शोधकर्ताओं ने इस बीमारी को पीडिएट्रिक इंफ्लेमेट्री मल्टी-सिस्टम सिंड्रोम नाम दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी इटली के जिन इलाकों में कोविड-19 के मामले सबसे ज्यादा आए थे वहां पर इस बीमारी से पीड़ित बच्चों की दर 30 गुणा ज्यादा थी. वहीं, अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने भी सिंड्रोम से पीड़ित 145 मामलों के कोरोना से संबंध होने की जानकारी दी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जारी किया अलर्ट
कोरोना वायरस के बाद बच्चों में फैल रही इस बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. डॉक्टर मारिया वैन कोरखोव के अनुसार बच्चों के हाथ, पैरों पर लाल चकत्ते निकलना, सूजन आना और पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें तो ये इंफ्लामेट्री सिंड्रोम हो सकता है. अगर किसी बच्चे में यह लक्षण दिखाई देता है तो परिजनों को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. वहीं, इस मामले पर माइकल जे. रेयान ने कहा, ‘हो सकता है कि बच्चों में दिखने वाला मल्टीसिस्टम इंफ्लामेट्री सिंड्रोम सीधे कोरोना वायरस के लक्षण न होकर वायरस के खिलाफ शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र की अत्यधिक सक्रियता का परिणाम हो.’
बच्चों में ऐसे पहचानिए बीमारी के लक्षण
– हाथ पैर या शरीर के किसी भी हिस्से में अत्यधिक सूजन का होना.
– 5 दिन या उससे ज्यादा दिनों तक तेज बुखार का रहना.
– गर्दन में सूजन का आना.
– बच्चे की आंखों का लाल होना या फिर आंखों में दर्द महसूस होना.
– होंठ, जीभ पर लाल दाने या चकत्ते का आना.
– स्किन में किसी तरह का बदलाव या स्किन के रंग का पीला या नीला पड़ना.
– कई दिनों तक पेट में तेज दर्द रहना, उल्टी आना या फिर डायरिया जैसी समस्याएं होना.
– बच्चे का तेज सांस लेना या फिर सांस लेने में किसी तरह की समस्या होना.
– हार्ट बीट्स का तेज होना या सीने में दर्द होना.
ये भी पढ़ेंः- कोरोना की ‘संजीवनी बूटी’ बनीं ये 5 दवाइयां, दुनिया भर में ठीक हो रहे मरीज
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए हेल्थ & फिटनेस से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: May 19, 2020, 7:15 PM IST