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CG News: छत्तीसगढ़ में ईसाई धर्म अपना चुके इतने लोगों की घर वापसी, बोले- अब कभी नहीं अपनाएंगे दूसरा धर्म, आदिवासी समाज ने किया स्वागत 

रायपुर: CG News: छत्तीसगढ़ सरकार धर्मांतरण को मुद्दे को लेकर सख्त हो गई है। साय सरकार लगातार ये बात कह रही है कि उनकी सरकार धर्मांतरण को लेकर कानून लाने जा रही है। इधर केंद्र सरकार भी अब जाति जनगणना का फैसला लिया है। ऐसे में धर्मांतरण करने वाले आदिवासियों ने एक डर का माहौल बन गया है और वे लोग अब अपने मूल धर्म में वापसी कर रहे हैं। इसी बीच अब कोंडागांव जिले में केशकाल विधानसभा के बडेराजपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पिटीचुआ के 6 धर्मांतरित लोगों ने अपने मूलधर्म में वापसी की है। इनमें तीन बच्चे भी शामिल है। इसके साथ ही 7 अन्य लोग भी आदिवासी समाज में शामिल हुए थे।

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CG News: अपने मूलधर्म में वापसी करने वाले परिवार के मुखिया गैंदलाल मरकाम ने बताया कि मेरे छोटे बेटे को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। कई बार डॉक्टरों को दिखाने के बाद भी बीमारी ठीक नहीं हो रही थी। फिर हमें कुछ लोगों ने बताया कि ईसाई धर्म मे शामिल होने पर वो लोग बीमारी ठीक कर देते हैं। हमने वहां जाना शुरू किया तो समाज के लोगों ने छोड़ दिया। अब मैं अपनी मर्जी से अपने परिवार के साथ पुनः अपने मूल आदिवासी समाज मे शामिल हो रहा हूं। आदिवासी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी रंगीलाल मरकाम ने बताया कि ईसाई समाज के लोग आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवा लेते हैं। लेकिन सब जानते हैं कि उनके दिए हुए पानी को पीने और प्रार्थना करने से न तो कोई समस्या दूर होती है ना ही उनकी बीमारी। हमारा प्रयास है कि आदिवासी धर्म को छोड़ कर ईसाई धर्म मे शामिल हो रहे लोगों को जागरूक करें और वापस अपने मूल धर्म मे शामिल करवाए।

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आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष शंकर मरकाम ने बताया कि हम केंद्र सरकार की जातिगत जनगणना के फैसले का स्वागत करते हैं। हम मतांतरित हो चुके आदिवासी भाई बहनों से यही आग्रह करते हैं कि वह वापस अपने मूल धर्म मे आएं। सरकार से भी आग्रह है कि धर्मांतरण के खिलाफ जल्द से जल्द कानून बनाया जाए। यदि कानून बन जता है तो आने वाले समय मे मतांतरित आदिवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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