*कोंगियाकला में नहर लाइन बनाने ठेकेदार ने सड़क की व्यवस्था से किया छेड़छाड़, राहगीर हेतु यातायात असुरक्षित एवं जानलेवा*

*(निर्माण क्षेत्र अन्तर्ज़िला एवं सरहद पर होने से निर्माण कार्य में जिम्मेदारों की मनमानी ग्रामीणों पर भारी)*
*बेमेतरा:-* जलसंसाधन संभाग दुर्ग एवं साजा अनुविभाग सहित अन्य अनुविभाग तथा बिलासपुर के ए वर्ग के ठेकेदार विष्णु प्रसाद अग्रवाल द्वारा बेमेतरा ज़िले के छोर पर स्थित ग्राम कोंगियाकला व राजनांदगांव एवं कवर्धा ज़िले के सरहदी इलाक़ों के गाँवो में लगभग 16 करोड़ रुपये की लागत से नहर लाइनिंग का निर्माण व रिमॉडलिंग सहित अन्य कार्य किया गया है। जिसके निर्माण के लिए स्थानीय इलाके की सुव्यवस्थित सड़क को बर्बाद कर दिया है। जिससे स्थानीय अन्तर्ज़िला क्षेत्र में आम लोगो एवं राहगीरों का आवागमन खतरनाक व असुरक्षित हो गया है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार एवं विभागीय अफसरो द्वारा लापरवाही, मनमानी एवं अनियमिततापूर्वक निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है। जिससे शासन-प्रशासन की कार्यो के प्रति जनता में असन्तोष एवं नाराजगी बढ़ने लगी है।
गौरतलब हो कि बेमेतरा, राजनांदगांव एवं कबीरधाम ज़िले से जुड़े सरहदी इलाको में कृषि कार्यों की पूर्ति हेतु नहर लाइनिंग की मांग एवं जरूरत को देखते हुए तीनो ज़िला क्षेत्र में सुरही नदी व्यपर्तन योजना के तहत दाई तट एवं बाई तट नहर के साथ 6 माइनर नहरों का रिमॉडलिंग कर लाइनिंग निर्माण का कार्य किया गया है। जिसमे निर्माण के दौरान काफी लापरवाहीपूर्वक एवं मनमानी ढंग से कार्य के चलते स्थानीय क्षेत्र की दशा-दिशा बिगड़ गयी है।जानकारी के मुताबिक बेमेतरा ज़िले के गाँव कोंगियाकला में सड़क किनारे बग़ैर घेरा, सुरक्षा व्यवस्था एवं सूचक बोर्ड के 10 फिट से ज्यादा गहरे नहर लाइनिंग का कार्य किया गया है, जिसमे राहगीरों को जाने-अनजाने में बड़े हादसे की आमन्त्रणा दे रहा है।देखा जाए तो सड़क से बिल्कुल कुछ मीटर की दूरी से लगाकर नहर को बना दिया गया है। वही गाँव के कई घरों के सामने भी कुछ इसी तरह की स्थिति नज़र आ रही है।लिहाजा आम लोगों के धारणा बैठ गयी है कि क्षेत्र में नहर लाइनिंग के नाम पर उनके साथ धोखा हुआ है, सड़क की व्यवस्था एवं सुरक्षा से खिलवाड़ कर नहर लाइन बना दिया गया है। जो किसी न किसी दिन आम नागरिक के जान पर बन सकती है।जिसके प्रति जिम्मेदार अफ़सर भी जानकर बूझकर अनजान बने हुए है।
*अधूरा कार्य एवं मनमानीपुर्ण व अनियमित कार्य से निर्माण पर सवाल*
दरअसल इस सुरही नदी व्यपर्तन योजना के तहत लगभग 16 करोड़ की लागत से दोनो तटों पर 6 माइनर नगरों का रिमॉडलिंग एवं नहर लाइनिंग निर्माण कार्य में अनेक तरह की अनियमितता एवं मनमानी देखी जा रही है। जिसमें अनेकों जगह पर निर्माण के बाद कार्य को बिना सूचना के अधूरा छोड़ा गया है वही नहर से पानी का संचालन सन्देह के दायरे में है।इसके अलावा घटिया निर्माण कार्य से गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान उठने लगा है।जिसकी विभागीय जांच की जरूरत है।
*तीन प्रभावशाली विधानसभा क्षेत्र के नेताओ का संगम क्षेत्र*
अवगत हो कि उक्त इलाका साजा विधायक एवं सम्बंधित जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे का क्षेत्र है, वही एक ओर कोंगियाकला से एक किलोमीटर की दूरी पर खैरागढ़ विधानसभा एवं विधायक देवव्रत सिंह का इलाका है वही करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर पंडरिया विधानसभा के विधायक ममता चन्द्राकर का क्षेत्र पड़ता है। जिससे उक्त क्षेत्र की व्यवस्था का प्रभाव तीनो इलाको में पड़ता है। इसके बावजूद नहर लाइनिंग निर्माण के ए लिस्टर ठेकेदार द्वारा काफी खतरनाक तरीके से निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है। जो आम जनता के मुसीबत का कारण बन रहा है।