राईस मिल का शेड ढहने से मलबे में तीन लोग फंसे

जिला प्रशासन,पुलिस व एसडीआरएफ टीम की मौजूदगी में बचाव कार्य जारी,
राईस मिल संचालक का पुत्र भी मलबा में फंसा
दुर्ग। जेवरा सिरसा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम समोदा स्थित श्री संत हरदास राम राईस मिल में रविवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। कार्य के दौरान मिल का ड्रायर समेत शेड भरभराकर गिर गया। जिसके जद में आने से तीन लोग उसके नीचे दब गए जिसमें राईस मिलर्स का पुत्र भी शामिल है। शेड व मलबे में दबे लोगों को फिलहाल बाहर नहीं निकाला जा सका है। रात्रि 8 बजे तक भी किसी का डेथ बॉडी बाहर नही निकाला जा सका था। पूरा रेस्क्यू टीम घटना समय से ही लगी हुई है। प्रशासन और रेस्क्यू टीम से मिली जानकारी के अनुसार 2-3 घंटा और लग सकता है। जिला प्रशासन व पुलिस की टीम युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में जुटी हुई है।
दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि या घटना सुबह 11:30 बजे की है इसमें 3 लोग दबे हुए हैं एक मिस्त्री एक लेबर एवं कंपनी मालिक का लडक़ा जिसका नाम रवि बताया जाता है। उन्होंने बताया कि जेसीबी के माध्यम से मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। पुलिस का अनुमान है कि बहुत पुरानी फैक्ट्री है जो जर्जर अवस्था में थी और भरभरा कर मलवा गिर गया है इसी वजह से यह घटना घटी है बाकी पुलिस जांच कर रही है जांच के बाद ही वास्तविकता का पता चल पाएगा।
मिल में दबे लोगों में राईस मिल के संचालक चेतनदास केसवानी का पुत्र रवि केसवानी भी शामिल है। इसके अलावा एक मिस्त्री व हेल्पर फंसा हुआ। उनके कुशलक्षेम को लेकर उनका परिवार व समोदीवासी बेहद ही चिंतित है। फलस्वरुप राईस मिल के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई है। हादसा सुबह करीब 11 बजे की है। समाचार लिखे जाने तक किसी को बाहर नहीं निकाला जा सका था। यह राईस मिल मुकेश दास व चेतनदास केसवानी की है। मिल 20 से 25 वर्ष पुराना है। जिसकी वजह से ड्रायर व शेड जर्जर हो चुके थे। जर्जरता ही हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। बहरहाल जेवरा सिरसा पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी। हादसे के दौरान राईस मिल में करीब 15 सौ क्विंटल धान रखे होने की जानकारी मिली है। धान की बोरियों को भी हादसे में नुकसान पहुंचा है। हादसे की खबर पर दुर्ग एसडीएम, तहसीलदार, दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला, पुलगांव थाना प्रभारी उत्तम वर्मा, जेवरा सिरसा पुलिस चौकी प्रभारी के अलावा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। समाचार के लिखे जाने तक जिला प्रशासन, पुलिस व एसडीआरएफ टीम की मौजूदगी में बचाव कार्य जारी था। शेड व मलबे को हटाने दो क्रेन व जेबीसी से युद्धस्तर पर कार्य जारी थे।