सीपीआई कोण्डागांव ने महंगाई का पुतला दहन कर, बढ़ती महंगाई का किया विरोध

कोण्डागांव 01 मार्च। देश में निरंकुष और निरन्तर बढ़ती महंगाई का सीपीआई कोण्डागांव के जिला सचिव तिलक पाण्डे एवं राज्य परिशद् सदस्य शैलेष शुक्ला के नेतृत्व में बिसम्बर मरकाम, दिनेश मरकाम, बिरज नाग, सरादू सोरी, मुकेश मंडावी, नरेंद्र सोरी, महाजन मरकाम, सुखचरण बघेल, राम कुमार नेताम, नवलू नेताम, लखुराम नेताम, नारायण मरकाम, सुखराम नेताम एवं संतलाल बघेल आदि सहित अन्य कम्युनिश्टों की उपस्थिति में 1 मार्च को महंगाई का पुतला दहन कर विरोध प्रकट कर देष के महामहिम राश्ट्रपति एवं प्रधान मंत्री के नाम लेख किए गए ज्ञापन को जिला कार्यालय कोण्डागांव में दिया गया। ज्ञापन में लेख किया गया है कि वर्तमान में पुरा देश कोरोना नामक बीमारी के संकमण से से गुजर रहा है। देश की आर्थिक व्यवस्था पूर्ण रुप से चरमरा गई है, ऐसी स्थिति में केन्द्र सरकार जनविरोघी निर्णय लेते हुए पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार बृद्धि कर रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भी बेतहाशा वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। एक ओर जहाँ कोरोना संकमण की वजह से लोगों की क्रय शक्ति घट गई है वहीं केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमत में वृद्धि से रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो रही है, जिसकी वजह से आम जनता का जीना मुहाल होता जा रहा है। जब अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य को आधार बनाकर डीजल व अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बार-बार वृद्धि की गई है तो अब उसमें उतनी ही कमी क्यों नहीं की जानी चाहिए ? पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में वृद्धि का सीधा असर परिवहन व्यवसाय में पड़ रहा है, जिसके परिणामस्वरुप खाने पीने व दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं, गृह निर्माण सामाग्री, यात्री किराया में वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी केन्द्र शासन से मांग करती है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में आयी कमी के आधार पर ही देश में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य निर्धारित करे व आवश्यक वस्तुओं के मुल्यों की समीक्षा कर उसके मूल्यों को नियन्त्रित करे ताकि आम लोगों को कोरोना संकमणकाल में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो एवं आमजन राहत की सांस ले सकें।


