सचिव के निलंबन की मांग को लेकर युकांईयों ने जिला पंचायत में किया प्रदर्शन, नोकझोंक के बाद 47 युकां गिरफ्तार, शाम को रिहाई

ग्राम पंचायत नगपुरा में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला
दुर्ग / ग्राम पंचायत नगपुरा में शौचालय निर्माण में अनियमितता बरतने वाले सचिव के निलंबन की मांग को लेकर युकांईयों ने सोमवार को जिला पंचायत कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया । युकांईयों का आरोप था कि ग्राम नगपुरा में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनांतर्गत शौचालयों का निर्माण करवाया गया है । शौचालय निर्माण का जिन्हे राशि दे दी गई थी, उनके लिए दोबारा शौचालय निर्माण के लिए राशि स्वीकृति की गई। जिसके लिए ग्राम पंचायत का सचिव सीधे-सीधे जिम्मेदार है । दोबारा राशि स्वीकृत करने की बात जांच रिपोर्ट में भी सामने आई है, लेकिन जिला पंचायत द्वारा सचिव को निलंबित करने के बजाय उसे संरक्षण दिया जा रहा है । यह प्रदर्शन जिला युकां के महासचिव आकाश सेन व धर्मेश देशमुख के नेतृत्व में किया गया। प्रदर्शन के लिए युकांई रैली की शक्ल में जिला पंचायत पहुंचे थे, लेकिन उनकी मांगों को सुनने जिला पंचायत का कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा, तो युकांईयों ने जिला पंचायत के सामने धरना में बैठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।
शाम 4 बजे एसडीएम खेमलाल वर्मा और सीएसपी विवेक शुक्ला आंदोलनरत युवा कांग्रेसियों को गिरफ्तार करने लगें । इस बीच जिला पंचायत सदस्य जयंत देशमुख और जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंकुश पिल्ले पहुंचे और बीच-बचाव करने का प्रयास किया । साथ ही तिखी नोकझोंक पश्चात उन्हें भी गिरफ्तार कर कुल 47 युवा कांग्रेसियों को प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया । जिन्हें शाम 6 बजे नि:शर्त रिहा कर दिया गया । प्रदर्शन का नेतृत्व युका महा सचिव आकाश सेन, देवाश्रीकांत, आकाश चंद्राकर, अजीत यादव, विक्रात ताम्रकार, विनोद देशमुख, अखिलेख जोशी, सुरेन्द्र, गोपी निर्मलकर, खिलेश्वर सिन्हा, विक्की घुघवारे, सोहन देशमुख सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे ।