छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

स्कंदाश्रम में महायज्ञ महोत्वस की हुई शुरूआत

 

 

कल होगा लक्ष्मी,गणपति जप और हवन

भिलाई। स्कंदाश्रम में स्कंदशष्टी  महोत्सव के 22 वे वर्ष के महायज्ञ महोत्सव की शुरूवात गुरू गउ आराधना के साथ हुई । अनुगनई, श्री विध्नेष्वर जप पुण्णयागवाचनम, माहासंकल्पम् आचार्यवर्णनम् रिक विक वर्णनम कलष स्थापना से हुई । प्रात: 9 बजे हेरम्भ गणपति जप एवं हवन हुआ। जो बाधाओं को दूर करने के लिए और सभी प्रयासो में सफलता के लिए आयोजित हुआ। इसके पश्चात मन शांति दशा अन्तरदशा मुक्ति ऋण विमोचन और गृह दोष मुक्ति हेतु नवग्रह जप एवं हवन संम्पन्न हुआ । 11 बजे सभी वास्तु दोश निवारण और सभी भूमि गुणों के लाभ हेतु वास्तु आराधना एवं चादु सष्ठी वास्तुबली का आयोजन हुआ  । दोपहर 12 बजे स्थायी सर्विस कार्यक्षेत्र की सफलता एवं उच्च अधिकारियों से प्रोत्साहन हेतु अष्वारूद्र जाप एवं हवन सम्पन्न हुआ । दोपहर 1 बजे दीप आराधना के बाद सभी भक्तजनों ने सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया ।

संाध्यकालीन महोत्सव की शुरूवात वानी सरस्वती आराधना एवं हवन से हुई जो शिक्षा विकास ,स्मृति वृद्धि शिक्षा तथा उच्च शिक्षा में सफलता के लिए सम्पन्न हुआ । इसके बाद महा लक्ष्मी जप एवं हवन का आयोजन हुआ जो परिवार कल्याण एवं नवीन कार्य विकास हेतु सम्पन्न हुआ । शिक्षा वित्त एंव परिवारिक विवाद आदि में विफलता के कारण सभी प्रकार के अवसाद से राहत एवं अत्मविष्वास में वृद्धि हेतु श्री नरसिंम्हा जप एवं हवन का आयोजन हुआ । रात्रि में दीप आराधना के पश्चात भक्तजनों ने सामूहिक प्रसाद ग्रहण किया ।

कल होगा लक्ष्मी,गणपति जप और हवन

31 अक्टुबर को प्रात: 07 बजे लक्ष्मी गणपति जप एवं हवन होगा जो समृद्धि और वित्तीय स्थिरता के लिए आयोजित है । 9 बजे बाला त्रियाक्षरी जप एवं हवन होगा। जो रोजगार के लिए सर्विस में सुधार और कन्यादोश निवृति हेतु आयोजित है । 10 बजे महावारगी जप एवं हवन, दुश्ट ग्रहदोश बुरी शक्तियों के प्रवाह को मिटाने के लिए होगा । 11बजे महामृत्यंजय नारायण जप एवं हवन होगा। जो मानसिक तनाव मुत्यु भय एवं असाध्यरोग तथा अयुश्य वृद्धि हेतु होगा । दोपहर 12 बजे स्वयंभर पार्वती हवन जो विवाह एवं षीध्रविवाह में बाधाओं के उन्मुलन के लिए होगा । दोपहर दीप आराधना के पष्चात सामुहिक प्रसाद का वितरण होगा ।

संाध्यकालीन महोत्सव की शुरूवात श्री देवी शप्तशती नवचन्डी पारायण जप एवं हवन होगा । जो सभी प्रकार कार्यो में सफलता के लिए समग्र रूप से वित्तीय विकास जीवन में सुधार गुरूकटाक्ष एवं समाज में अच्छे नाम हेतु सम्पन्न होगा । इसके पष्चात दीप आराधना एवं भक्तजनों द्वारा प्रसाद ग्रहण किया जायेगा ।

Related Articles

Back to top button