कोंडागांव: जिले में जारी है अवैध उत्खनन का खेल, पड़ोसी राज्य में अधिक दाम पर खपा रहे रेत

कोंडागांव। पड़ोसी राज्य के सरहद पर बसे गांवों से चोरी छुपे अन्तर्राज्जिय सीमा को पार कर छत्तीसगढ़ से उड़ीसा की ओर गौण खनिजों का अवैध परिवहन बेखौफ जारी है। गौण खनिजों का सीमा पार अवैध परिवहन के बाद भी जिम्मेदार विभागीय अमला इस बात से अनजान बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों की माने तो यह खेल लंबे अरसे से चल रहा है, अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी न तो खनिज विभाग और न ही राजस्व अमला इस पर कोई कार्रवाई करने को तैयार हैं। लगता है अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध कारोबार चल रहा है। अवैध रेत कारोबारी परिवहन के लिए बिना नंबरों की वाहनों का भी उपयोग कर रहे ताकि कार्यवाही से बच निकले। स्थानीय ग्रामीणों की सुचना पर शनिवार को ग्राम गमरी के पास रेत से भरी टिप्पर वाहन छत्तीसगढ़ से उड़ीसा की ओर रेत परिवहन करते दिखाई दिया। वाहन चालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया आसपास रेत नहीं मिल रहा, 15 किलोमीटर दूर से रेत लेकर उड़ीसा जा रहे,हमें एक ट्रिप रेत का 4500 रुपये मिलता है। अधिकारी देखने से कार्यवाही भी करते हैं हमें बचकर यह कार्य करना पड़ता है। जबकि हम जिस पंचायत से रेत लेकर आ रहे उस ग्राम पंचायत में रेत के लिए पैसा जमा करते हैं। रेत का घोषित खदान ना होने से परिवहन के दौरान हमें काफी परेशानियां होती है। शासन प्रशासन को जल्द से जल्द क्षेत्र में रेत खदान घोषित करना चाहिए।
- इस मामले में गौतम नेताम, सहायक खनिज अधिकारी कोंडागांव से बात करने पर उन्होंने बताया कि अवैध रेत परिवहन कर्ताओं के खिलाफ जिले में लगातार जांच व कार्यवाही जारी है। सीमाई क्षेत्र में होने वाले अवैध परिवहन को लेकर सख्ती बरती जाएगी।