राम नाम की महिमा से मानव का भवसागर तर जाता है-योगेश तिवारी

पांच दिवसीय श्री रामकथा मानस गान प्रतियोगिता में किसान नेता योगेश तिवारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए
बेमेतरा, बेरला ब्लॉक के ग्राम खम्हरिया(रांका) में आयोजित पांच दिवसीय श्री रामकथा मानस गान प्रतियोगिता में किसान नेता योगेश तिवारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए । इस दौरान समिति के सदस्यों ने मुख्य अतिथि का फूल माला पहनाकर स्वागत । समारोह मे मुख्य अतिथि योगेश तिवारी ने कहा कि इस युग में भगवान की प्राप्ति का सबसे सरल, किंतु प्रबल साधन रामनाम जप ही है। इसमें एक बहुत बड़ा सद्गुण यह है कि सतयुग में भगवान के ध्यान, तप और त्रेता युग में यज्ञ-अनुष्ठान, द्वापर युग में पूजा-अर्चना से जो फल मिलता था, कलियुग में वह पुण्य श्रीराम के नाम-संकीर्तन मात्र से ही प्राप्त हो जाता है। त्रेता युग में लोग सैकड़ों वर्ष यज्ञ करते थे तो उन्हेंं फल मिलता था, वो फल कलियुग में भगवान के नाम का कीर्तन करने मात्र से मिल जाता है। श्रीराम जी का गुणगान ही एकमात्र आधार है। इसलिए सारे भरोसे त्यागकर जो श्रीरामजी को भजता है और प्रेम सहित उनकी महिमा को समूहों में गाता है, वही भवसागर से तर जाता है। नाम का प्रताप कलियुग में प्रत्यक्ष है। नाम जप से बढ़कर कोई भी साधना नहीं है। राम नाम जप का सबसे आसान साधन राम मानस गान है । इस तरह के आयोजन से लोगो में भक्ति भाव का संचार होता है । कार्यक्रम में समिति की ओर से अध्यक्ष सेवक निषाद, मोहन साहू, नरसिंह साहू, रामप्रकाश साहू, राकेश तिवारी, हरीराम निषाद, मिलन साहू, जयराम, धनाराम साहू, रामावतार साहू, देवप्रकाश यादव, तिलक साहू समेत ग्रामीण मौजूद थे ।