भिलाई इस्पात संयंत्र में राजभाषा के कार्यों को नराकास मूल्यांकन उप समिति ने सराहा
भिलाई। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के बैनर तले गठित मूल्यांकन उप समिति द्वारा नराकास के सभी 48 सदस्य संस्थानों में हिंदी कार्यों का मूल्यांकन किया गया। उसी क्रम में मूल्यांकन कार्यक्रम के अंतिम दिन सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के हिंदी कार्यों का मूल्यांकन किया गया। इस अवसर पर नराकास मूल्यांकन उप समिति के अध्यक्ष राजुल दत्ता, वरीय निवासी लेखा परीक्षा अधिकारी, वाणिज्यिक लेखा परीक्षा इस्पात, भिलाई थे। सदस्यों में छगन लाल नागवंशी, राजभाषा अधिकारी, फेरो स्क्रेप निगम लि., भिलाई, श्रीमती प्रतीका गार्गव, हिंदी अधिकारी, बैंक ऑफ बड़ोदा, क्षेत्रीय कार्यालय, सेक्टर-10, भिलाई, श्रीमती भावना चांदवानी, उप प्रबंधक, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेन्स, मंडल कार्यालय, भिलाई, सौमिक डे, उप महाप्रबंधक (संपर्क, प्रशासन एवं राजभाषा प्रभारी), भिलाई इस्पात संयंत्र, मो. नईम, धनंजय मेश्राम एवं सुश्री नितिशा साहू, राजभाषा विभाग शामिल थे।
इस्पात भवन स्थित नराकास सचिवालय में श्री सौमिक डे, उप महाप्रबंधक संपर्क, प्रशासन एवं राजभाषा प्रभारी, भिलाई इस्पात संयंत्र एवं सचिव, नराकास भिलाई-दुर्ग ने विगत 17 दिनों 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक भिलाई-दुर्ग के केन्द्रीय कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों, बैंक एवं बीमा कार्यालयों में राजभाषा से संबंधित कार्यों के निरीक्षण की रिपोर्ट कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन को दी। इस वर्ष कोविड-19 के मद्देनजर मूल्यांकन का कार्य 15 संस्थानों में ऑनलाइन माध्यम से किया गया। उप समिति के अध्यक्ष राजुल दत्ता, वरीय निवासी लेखा परीक्षा अधिकारी, वाणिज्यिक लेखा परीक्षा इस्पात, भिलाई एवं सदस्यों ने नराकास सचिवालय में भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों में राजभाषा अधिनियम के अनुपालन के अंतर्गत किए जा रहे विभागीय एवं कार्यालयीन कार्यों से संबंधित विभिन्न दस्तावेजों का निरीक्षण किया तथा इसे अनुकरणीय प्रयास बतलाया। समिति के अध्यक्ष ने इस अवसर पर इस्पात उद्योग जैसे तकनीकी क्षेत्र में राजभाषा के अनुपालन करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र की भूरि-भूरि प्रशंसा की।