छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

खुड़मुड़ा सामूहिक हत्याकांड:

चश्मदीद गवाह बच्चे ने बताया कौन किया हत्या

पुलिस का अब फोकस वो कौन व्यक्ति था जो रात में उनके घर आया और साथ में खाना खाया

पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर कर रही  है पूछताछ

दुर्ग। रविवार और सोमवार की दरम्यिानी रात जिले के अमलेश्वर के पास स्थित ग्राम खुड़मुड़ा में हुए ह्रदय विदारक घटना में चार लोगों की की हत्या का राज इस घटना में बचे एकलौते चश्मदीद गवाह 11 वर्षीय दुर्गेश ने पुलिस के सामने राज खोला कि किसने हत्या की। अब पुलिस उसके आधार पर अब उस व्यकित को ढूंढने में लगी है कि आखिर वह व्यक्ति कौन था जो रविवार की रात 8 बजे उनके घर आया था और उनके परिवार के साथ चिकन सहित अन्य खाना खाया। इसी आधार पर मंगलवार को सुबह पुलिस इस मामले में संदिग्ध मानकर मृतक बालाराम सोनकर के दो रिश्तेदारों को रायपुर के बैद्यनाथपारा से हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

इस घटना का राज इकलौते चश्मदीद गवाह बालक दुर्गेश ने पुलिस को बताया जिसका उपचार रायपुर के मैकाहारा अस्पताल में चल रहा है।

दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि एक अंकल रात को साइकिल से आए। मैं उन्हें नहीं पहचानता था। बाबूजी उन्हें जानते थे। इसलिए उन्हें खाने पर रोक लिया। हमारे घर चिकन बना था। उन्होंने हमारे साथ भोजन किया। रात ज्यादा हो गई थी। इसलिए पिताजी ने उन्हें वहीं सोने को कहा। मैं मां के साथ सो गया। वो पिताजी के साथ अलग कमरे में सो गए। नींद लगने के पता नहीं कितनी देर बाद मां के चीखने की आवाज से मैं घबराकर उठा। मैंने मां को आवाज लगाई तो वो अंकल भागकर मेरी तरफ आए और मेरे सिर को दीवार से टकराया। उसके बाद मुझे कुछ याद नहीं आंख खुली तो मां आंगन में खून से लथपथ पड़ी थी। रायपुर और दुर्ग सीमा पर स्थित अम्लेश्वर खुड़मुड़ा के सामूहिक हत्याकांड के इकलौते प्रत्यक्षदर्शी 11 वर्षीय बालक ने बताया हत्याकांड वाली रात को क्या हुआ था।

पुलिस तक पहुंची सुबह 8 बजे खबर

अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस को जानकारी सोमवार की सुबह करीब 8 बजे मिली। घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले युवक और उसकी मां के टीम ने कई बार पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि रोहित अपनी मां दुलारी बाई, पत्नी कीर्तिन, पिता बालाराम, बेटे दुर्गेश, तोरण, बेटी वर्षा और ईश्वरी के साथ रहता था। रोहित ने अपने परिवार के साथ रहने के लिए एक मकान बनाया हुआ था। रोहित पिता के साथ के एक जमीन पर सब्जी लगा रखी थी। बाकी की जमीन में खेती करते थे। रविवार शाम 5 बजे गंगाप्रसाद की अपने पिता से मुलाकात हुई थी। सोने चांदी के जेवर और कैश गायब है। पुलिस को शंका है संपत्ति विवाद के चलते घटना हुई।

सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे युवक ने पुलिस को दिया बयान

संजय ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे उसने भाई रोहित के मोबाइल पर फोन लगाया था। इस पर भतीजे दुर्गेश ने फोन उठाया। उसने बताया कि मां आंगन में सो रही है। बाकी लोग कहां हैं उसकी जानकारी नहीं है। अंकल ने जाते समय उसके सिर को दीवार पर ठोका और फरार हो गए। यह बोलकर उसने फोन काट दिया। जब वह पहुंचा तो भाभी कीर्तिन बाई आंगन पर खून से लथपथ हालत में पड़ी थी। पानी की टंकी में महिला की साड़ी पड़ी हुई दिखी। भतीजा बेसुध हालत में पड़ा था। इसके बाद मैने फोन लगाकर अपने परिजन को मौके पर बुलाया। करीब 1 घंटे पर एम्बुलेंस आ गई।

जांच में खुलासा पहले रोहित की और बाद में बुजुर्ग दंपत्ति की हुई हत्या,

पुलिस की जांच में पता चला है कि बच्चे से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी रोहित के साथ सोया था। आरोपी ने रोहित को सोते समय ही गला दबा कर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव को पानी की टंकी में फेंक दिया। इसी दौरान संभवत: रोहित के माता पिता जाग गए। आरोपी ने दोनों को ठिकाने लगाने के लिए सिर पर राड मारकर हत्या कर दी। दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर रोहित की पत्नी भाग कर सास-ससुर के घर के पास पहुंच गई होगी। जिसके बाद आरोपी ने रोहित की पत्नी के सिर पर चटनी पीसने वाले सिलबट्टटे से सिर पर हमला करके मौत के घाट उतार दिया।

हत्याकांड में आरोपी तक पहुंचने के लिए बनाई चार टीमें

अमलेश्वर के खुड़मुड़ा गांव में एक ही परिवार का चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस की चार टीम बनाई गई है। एक टीम को पारिवारिक पृष्ठभूमि की जानकारी जुटाने के लिए लगाया गया है। दूसरी टीम टेक्निकल साक्ष्य जुटा रही है। तीसरी टीम को परिवार की संपत्ति की जांच में लगाया गया है। जबकि चौथी टीम एविडेंसियल साक्ष्य जुटी रही है। सोमवार रात एक टीम ने पीएम कराने के बाद शव परिजन को सौंप दिया है। देर रात चारों की चिताओं को अगल बदल रखकर मुखाग्नि दी गई है।

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