छत्तीसगढ़

मंत्री मो.अकबर ने मेडिकल कालेज खोलने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को भेजा प्रस्ताव

कबीरधाम जिले के लोगों की बहुप्रतिक्षित मेडिकल कालेज की मांग जल्द ही पूरी होने वाली है। जिले में आने वाले एक दो माह में मेडिकल कालेज की मंजूरी लगभग तय मानी जा रही है। जिला प्रशासन ने मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने बताया कि बीते दिनों कवर्धा विधायक व राज्य सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर ने कबीरधाम जिले में मेडिकल कालेज खोले जाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को सौंपा है। राज्य सरकार ने मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर मंजूरी मिलना तय है। इसके बाद केंद्र सरकार के पास फाइल भेजी जाएगी। मेडिकल कालेज के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी भी जरुरी है। इन दोनो जगहों मंजूरी मिलने पर मेडिकल कालेज का खुलना तय है। यहां बताना लाजमी है कि मेडिकल कालेज की मांग जिले के लोग बीते कई वर्ष से कर रहे थे। विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने भी कवर्धा में मेडिकल कालेज खोले जाने की घोषणा की थी। इस घोषणा का जल्द ही अमल होने जा रहा है।

कालेज में पढ़ाई के साथ लोगों की मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा

जिला प्रशासन द्वारा भी मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है। इस कालेज में मेडिकल की पढ़ाई, एमबीबीएस समेत अन्य कोर्स होंगे। एक ओर जहां बच्चों की पढ़ाई होगी, वहीं दूसरी ओर जिले के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी, क्योंकि कालेज में पढ़ाई के अलावा प्रेक्टिकल की भी जरुरत होगी। वर्तमान समय में जितने भी मेडिकल कालेज है, वहां पढ़ाई के साथ लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलती है। कवर्धा में गरीब वर्ग के लोग सीधे तौर पर जिला अस्पताल के ऊपर आश्रित है, लेकिन जिला अस्पताल में सुविधा की अभाव है। ऐसे में मेडिकल कालेज प्रांरभ होता है तो जिले के लोगों को फायदा होगा।

कवर्धा के मेडिकल कालेज से तीन जिलों को होगा फायदा

मेडिकल कॉलेज से सीधे तौर पर कबीरधाम जिले के अलावा अन्य जिलों के लोगों को फायदा होगा। इसमें करीब 30 लाख से अधिक लोगों को फायदा होने वाला है। क्योंकि कबीरधाम जिले से लगे बेमेतरा, मुंगेली जिले के लोगों को फायदा होगा। इन दोनों जिलों की दूरी कवर्धा से लगभग 70 से 80 किलोमीटर है। इसके आलावा एमपी के मंडला, बालाघाट जिले के लोगों को भी फायदा होगा। इस स्थिति को देखते है तो कवर्धा में बनने वाले मेडिकल कालेज की सुविधा पड़ौसी राज्य के लोगों को भी मिलने लगेगी

लगभग 20 से 30 से एकड़ भूमि की जरुरत

वैसे कोरबा में भी मेडिकल कालेज खोलने की तैयारी चल रही है। प्रशासन की ओर से नजूल विभाग की 25 एकड़ जमीन संचालनालय चिकित्सा शिक्षा को प्रदान कर दी गई है। इस हिसाब से देखे तो कवर्धा में भी 25 एकड़ भूमि की जरुरत पड़ेगी, लेकिन यहां भूमि की कमी नहीं है। कवर्धा में मेडिकल कालेज की मंजूरी मिलने के बाद आने वाले दिनों जिला प्रशासन द्वारा संचालनालय चिकित्सा सेवा विभाग को भूमि संबंधित जानकारी भेजी जाएगा। हालांकि मेडिकल कालेज खोलने में अभी काफी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाना है।

 

 

 

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