Kondagaon_ सीमावर्ती गाँवों के गांयता, पुजारी, पटेल की सहमति से ही बने वन सामुदायिक अधिकार पत्र
कोण्डागांव। सीमावर्ती गाँवों के गांयता, पुजारी, पटेल की सहमति से ही वन सामुदायिक अधिकार पत्र बनाए जाने की मांग को लेकर विभिन्न ग्रामों के ग्रामिणजनों के साथ-साथ जनप्रतिनिधिगण भी जिला कार्यालय में नजर आने लगे हैं। इसी क्रम में ग्राम पंचायत तमरावण्ड के आश्रित गांव मावलीपारा, खुटवेड़ा, बाईबेड़ा, ग्राम पंचायत राकसबेडा, ग्राम पंचायत अनंतपुर व आश्रित ग्राम आंगाकोना, कोटोरिबेडा, ग्राम पंचायत एरला के आश्रित ग्राम गुमड़ी आदि ग्रामों के सभी वन सुरक्षा समितियों के द्वारा जबरन बीट के आधार पर जीपीएस मशीन घुमाने या सामुदायिक वन संशाधन अधिकार पत्र प्राप्त करने का विरोध करने हेतु विक्रम मंडावी भारतीय किसान संघ अध्यक्ष माकड़ी, भींगु कश्यप जनपद सदस्य माकड़ी, सुखबती नेताम सरपंच तमरावंड, रदमा सरपंच अनंतपुर, जयप्रकाश नेताम अध्यक्ष वन अधिकार समिति तमरावंड, भीमाराम मरकाम ग्राम पटेल तमरावंड आदि विगत दिनों जिला कार्यालय में कलेक्टर से मिलने पहुंचे नजर आए। जिन्होंने लिखित में आवेदन देकर सीमावर्ती गाँवों के गांयता, पुजारी, पटेल की बिना सहमति से ही वन सामुदायिक अधिकार पत्र बनाए जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि ऐसा इसलिए क्योकि कहीं 8 कम्पार्टमेंट, कहीं 6 कम्पार्टमेंट, कहीं तो है ही नहीं। इसलिए पुनः पारम्परिक ग्राम सीमा के सीमावर्ती गाँवों के गांयता पुजारी पटेल से सहमति लेकर के वन सामुदायिक अधिकार पत्र बनाया जाय, अन्यथा हम समस्त ग्रामों के रोड पर धरना प्रर्दशन करेंगे।
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