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चिल्फीघाटी सहित वनांचल क्षेत्र में पिछले 4 दिनों से गुलाबी ठंड का लगने लगा एहसास देखिए हमारी ख़ास रिपोर्ट


कवर्धा। चिल्फी सहित वनांचल क्षेत्र में पिछले 4 दिनों से गुलाबी ठंड का एहसास लगने लगा है और नदी नालों के किनारे पेड़ पौधों के हरे पत्तों पर ओस की बूंदे भी गिरनी शुरू हो गई हैं, जिन्हें देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो मोतियों की माला पिरो दी गई हो। इस गुलाबी ठंड के साथ ही बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सेहत बनाने के लिए सुबह टहलने के लिए निकल रहे हैं और गुलाबी ठंड का आनंद ले रहे हैं।

आपको बता दें कि चिल्फी सहित समूचा वनांचल में अक्टूबर माह से गुलाबी ठंड की शुरुआत होते ही कड़ाके की ठंड पड़ने लगती है और दिसंबर माह में जीरो डिग्री सेंटीग्रेड पर आ जाने से पेड़ पौधों पर रात में गिरी ओस की बूंदे बर्फ का रूप ले लेती हैं। घाटी में ठंड के मौसम में बेहद खास नजारा देखने को मिलता है और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। अंचल के खेत खलियानों पर बर्फ की सफेद झीनी सी चादर बिछ जाती है। सुबह-सुबह के वक्त लोग इस नजारे को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते भी नजर आते हैं।

बर्फ की हल्की परत लोगों को हिमांचल जैसे अहसास दिखलाकर रोमांचित अनुभव कराती है। हालांकि इस नजारे को सूर्य उदय से पहले ही देखा जा सकता है। अक्टूबर माह लगते ही अभी गुलाबी ठंड का एहसास शुरू हो गया है और नदी नालों के किनारे पेड़ पौधों पर ओस की बूंदें पड़ी दिखाई देने लगी हैं। सोमवार को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर कैमरे में कैद की गई इन तस्वीरों में मोती की लड़ी की तरह ओश की बूंदें दिखाई दे रही हैं। शाम के वक्त भी ओस गिर रही है और नमी वाले मौसम के बाद दस्तक दे रही गुलाबी ठंड लोगों को अंदर से तरोजाता महसूस करा रही है।

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