सात समुहों की 70 महिलाओं ने 10 एकड़ अनुपयोगी जमीन को उपजाऊ बनाकर शुरू की खेती बाड़ी
सात समुहों की 70 महिलाओं ने 10 एकड़ अनुपयोगी जमीन को उपजाऊ बनाकर शुरू की खेती बाड़ी
विभिन्न योजनाओं के तालमेल से बम्हनी गांव की महिलाएं स्वालंबन की दिशा में बढ़ रही है आगे
योजनाओं के अभिसारण से आजीविका संवर्धन की गतिविधियों को मिलेगा बढावा
कवर्धा, 27 अगस्त 2020। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त और सुदृण बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में कबीरधाम जिले के जनपद पंचायत कवर्धा के ग्राम पंचायत बम्हनी में सब्जी उत्पादन के लिए पौधों का रोपण और देखभाल का कार्य निरन्तर चल रहा है। 10 एकड़ भूमि में हो रहे पौध रोपण को सात अलग-अलग महिला स्व. सहायता समहू द्वारा निरन्तर कार्य करते हुए देखी जा सकती है। 10 एकड़ की भूमि को 17 ब्लाक में विभाजित करते हुए सात समूह से जुड़ी 70 महिलाएं सीधे लाभान्वित होंगी। 15 ब्लाक में सब्जी उत्पादन करने के लिए सब्जियों के पौधे लगाने का कार्य चल रहा है तथा एक ब्लाक में नेपीयर घास के साथ मक्का, अन्तरवर्तीय फसल एवं एक ब्लाक में तालाब बनाया जाएगा। अमिन माता स्व. सहायता समूह, जय मॉ भवानी स्व.सहायता समूह, जय मॉ गौरी स्व.सहायता समूह, विद्या स्व.सहायता समूह, मॉ सिद्धी स्व.सहायता समूह, जय मॉ चण्डी स्व.सहायता समूह एवं जय मॉ बम्लेश्वरी स्व.सहायता समूह की महिलाएं टमाटर, मिर्ची, बैगन, फूल गोभी, बरबटटी, करेला, गवार फल्ली, कुंदरू, तराई, चिकनी तराई, मूली, लौकी एवं शकरकंद लगाया गया है साथ ही मेढ़ो पर आम, नीबु, कटहल, मुनगा, अमरूद, आंवला, जामुन के साथ अन्य फलदार वृक्ष के पौधे लगाए गए है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत महिला स्व.सहायता समूह के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने के लिए लगातार विभिन्न प्रयास किए जा रहे है। इसी क्रम में ग्राम बम्हनी की महिलाओं को सब्जी उत्पादन के कार्य से जोड़ा गया है। समूह कि महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार कि सब्जियों का उत्पादन कर बाजार में बिक्री करते हुए लाभ अर्जीत करेंगे। बम्हनी फार्म में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पहल पर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग, वन विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र मिल कर कार्य कर रहें है। जिसमें ग्राम पंचायत द्वारा भूमि सुधार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से करते हुए पानी निकासी हेतु पाईप कि आवश्यकता को पूरा किया गया। कृषि विभाग द्वारा सब्जी उत्पादन हेतु बीज एवं अन्य सामग्रीयों के साथ सब्जी उत्पादन के लिए समूह कि महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। पशु पालन विभाग द्वारा नेपीयर घास का स्लिप, वन विभाग द्वारा वृक्षारोपण हेतु पौधे उपलब्ध कराया गया। उद्यानिकी विभाग द्वारा फलदार वृक्षारोपण के लिए पौधे एवं ड्रीप सिंचाई की सुविधा के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सुगन्धीत सील्प उपलब्ध कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि जिले की ग्राम राजानवागांव के तर्ज पर ग्राम बम्हनी की महिलाओं को सब्जी उत्पादन के साथ सुगंधित पौधे के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। महिला समूह द्वारा इस परियोजना में अपनी ओर से बढ़ चढ़ कर कार्य करते हुए कंपोसिट खाद, अपनी ओर से राशि खर्च कर ड्रीप सिंचाई कि व्यवस्था करायी गई। स्टेकींग हेतु बास के साथ निरन्तर खेतों में कार्य करने में लगभग 30-30 हजार रूपये ड्रीप स्थापना के लिए समूह द्वारा खर्च करते हुए शासन के योजनाओं का लाभ लेकर सब्जियों को विक्रय कर आर्थिक रूप से सक्षम होगी।