बेस्ट सस्टेनेबल सिटी का अवार्ड मिलने से भिलाई टाउनशिप की स्वच्छता को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के समग्र प्रयासों से भिलाई टाउनशिप एक स्वच्छ व सुन्दर शहर के रूप में पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना चुका है। भिलाई की हरियाली और खुशहाली ने शहर की सुन्दरता और स्वच्छता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भिलाई टाउनशिप की स्वच्छता, सुन्दरता और हरियाली के पीछे भिलाई के इस्पात बिरादरी का प्रतिबद्ध योगदान है। आज भिलाई की यह पहचान बीएसपी प्रबंधन व भिलाई टाउनशिप के जिम्मेदार नागरिकों के निरंतर कोशिशों का प्रतिफल है। जिसमें भिलाई नगर निगम ने भी उल्लेखनीय भागीदारी निभाई है।
इस समग्र भागीदारी का सुपरिणाम आज हमारे सामने है। हाल ही में केन्द्रीय आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के परिणाम घोषित किए। जिसमें 03 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में से भिलाई को पहली बार बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी का अवार्ड हासिल हुआ है। इस राष्ट्रीय उपलब्धि पर भिलाई की इस्पात बिरादरी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है। भिलाई टाउनशिप की स्वच्छता व साफ-सफाई को एक ऊँचाई पर पहुँचाने में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन एस के दुबे के मार्गदर्शन एवं मुख्य महाप्रबंधक नगर प्रशासन पी के घोष के नेतृत्व में महाप्रबंधक नगर अभियाँत्रिकी विभाग मोहन देशपांडे तथा उप महाप्रबंधक जन स्वास्थ्य विभाग के के यादव एवं उनकी पूरी टीम ने महती योगदान दिया है।
भिलाई को यह राष्ट्रीय अवार्ड मिलने पर मु य महाप्रबंधक नगर प्रशासन पी के घोष ने टाउनशिप एवं संयंत्र के कर्मियों को बधाई देते हुए कहा है कि भिलाई इस्पात संयत्र बेहतर साफ-सफाई के लिए सदैव प्रतिबद्ध है तथा टाउनशिप का जन स्वास्थ्य विभाग एवं नागरिकों द्वारा इसमें भरपूर योगदान दिया गया। श्री घोष ने इस उपलब्धि के लिए महाप्रबंधक (नगर अभियाँत्रिकी विभाग) श्री मोहन देशपांडे तथा उप महाप्रबंधक (जन स्वास्थ्य विभाग) श्री के के यादव एवं उनकी पूरी टीम को विशेष रूप से योगदान देने के लिए बधाई दी। साथ ही भिलाई नगर निगम के सहयोग के प्रति भी आभार माना।
उल्लेखनीय है कि टाउनशिप की हरियाली एवं सुंदरता के लिए संयंत्र प्रबंधन ने अब तक पूरे टाउनशिप में लगभग 55 लाख से अधिक वृक्ष लगवाये हैं। जिसमें संयंत्र के उद्यानिकी विभाग का प्रयास भी शामिल हैं। भिलाई की शुरुआत एक छोटे गाँव से हुई थी। वही भिलाई आज भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रयासों से एक सस्टेनेबल शहर के रूप में पूरे देश में अपनी एक अलग छवि बनाने में सफल हुआ है। इस सफलता के पीछे भिलाई के स पूर्ण इस्पात बिरादरी के निरंतर सहयोग और योगदान की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग हेतु तय किये गए मापदंड में टाउनशिप पूरी तरह खरा उतरा है। डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्शन के माध्यम से टाउनशिप में गीला कचरा एवं सूखा कचरा अलग-अलग कलेक्शन किया जाता है। कचरा कलेक्शन के दौरान सभी सेक्टरों से नागरिको से फीडबैक फॉर्म भरवाए जाते हैं। साथ ही कचरे में कमी लाने हेतु टाउनशिप में सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन कर दिया गया है। इसके साथ ही भिलाई टाउनशिप के लोगों को कपड़े की थैलियों के प्रयोग हेतु जागरूक व प्रेरित किया गया है। जिससे कपड़े के थैले का प्रचलन बढ़ा है। इसके अतिरिक्त प्लास्टिक के विरूद्ध संयंत्र प्रबंधन द्वारा निरंतर अभियान चलाया गया है।
संयंत्र प्रबंधन के प्रयासो की इस कड़ी में वर्तमान में बीएसपी द्वारा 1.5 करोड़ की लागत से नेवई में एक अत्याधुनिक एसएलआरएम सेंटर का निर्माण किया जा रहा है जो शीघ्र प्रारंभ कर दिया जाएगा। वर्तमान में प्लास्टिक/झिल्ली को प्रसंस्करण हेतु रिसायकलर को दिया जाता है तथा बाकी बचा हुआ सीमेंट फैक्ट्री को दिया जाता है। साथ ही प्रत्येक महीने टाउनशिप में विशेष स्वच्छता व जागरूकता अभियान चलाया जाता है। इन प्रयासों के चलते ही आज भिलाई टाउनशिप थ्री स्टार रैंकिंग प्राप्त कर चुका है।
टाउनशिप के शत-प्रतिशत लोगों द्वारा स्वच्छता महुआ ऐप डाऊनलोड किया जा चुका है तथा छत्तीसगढ़ शासन के निदान ऐप के माध्यम से आने वाले शिकायतों को 24 घंटे के भीतर दूर कर दिया जाता है एवं इसके लिए भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा टेलीफोन न बर भी जारी किया गया है। टाउनशिप की जनता स्वच्छता के प्रति बेहद जागरूक हो चुकी है। पूरे टाउनशिप के प्रत्येक घरों में एक या एक से अधिक टॉयलेट है। समूचे टाउनशिप में किसी भी व्यक्ति द्वारा खुले में शौच नहीं किया जाता है। यहाँ टाउनशिप में जगह-जगह सुंदर पार्कों का निर्माण, चौड़ी सुंदर सड़कें, साफ सुथरे मैदान व नालियां, स्वच्छ बाजार, जगह-जगह सार्वजनिक शौचालय आदि का निर्माण भी किया गया है शहर को साफ सुथरा रखने में जन स्वास्थ्य विभाग, नगर सेवाएं के श्रमिकों, कर्मियों, अधिकारियों एवं टाउनशिप में रहने वाले जागरूक नागरिकों का भरपूर योगदान है।
भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा नागरिकों को स्वच्छता व सास-सफाई के प्रति जागरूकता जगाने हेतु लघु फिल्मों का निर्माण किया गया है। भिलाई में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से टॉयलेट्स के पानी का निस्तारण किया जाता है। इस पानी का उपयोग औद्योगिक जल के रूप में किया जाता है तथा मलों से खाद बनाया जाता है जिसका उपयोग शहर के विभिन्न बगीचों में किया जाता है। स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रत्येक पैमाने पर टाउनशिप खरा उतरा है।
ज्ञात हो कि भिलाई स पूर्ण विश्व में अपने क्वालिटी स्टील उत्पादन एवं विश्व स्तरीय रेल्स के उत्पादन के लिए जाना जाता है। भिलाई में बेस्ट रहने की एक ऐतिहासिक पर परा बन चुकी है। इसी पर परा को आगे बढ़ाते हुए भिलाई ने बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल सिटी का अवार्ड अर्जित करने में कामयाब हुआ है।