जानिए हरेली के 20 जुलाई 20 दिन क्या करे,पूरी खबर
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रायपुर. सावन के कृष्ण पक्ष अमावस्या में मनाए जाने वाला हरेली पर्व राजधानी सहित पूरे प्रदेश में परंपरागत तरीके से हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में हरेली पर्व की धूम है। अंचलों के अलावा शहर में यादव समाज के लोग घर के मुख्य दरवाजा और वाहनों पर नीम की डालियां बांधकर पर्व की बधाई देते है। इसी तरह विश्वकर्मा समाज के लोग दरवाजे पर कील लगाते हैं, और निषाद समाज जाली का टुकड़ा बांधते हैं। मान्यता है कि इससे बुरी आत्माओं से घर की रक्षा होती है।
किसान बैलों और हल की करते हैं विशेष पूजा
अंचल में आज के दिन से ही त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में हरेली पर्व में अन्नदाता बैलों और हल सहित विभिन्न औजारों की विशेष पूजा करने के बाद खेती-किसानी का काम शुरू करते हैं। वहीं, बच्चों में भी इस पर्व को लेकर खास उत्साह दिख रहा है। बांस की गेड़ी बनाई जाती है। बच्चे इस पर चढ़कर चलते हैं। इस दिन यात्रा नही करना चाहिए।वहीं, कहीं-कहीं गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता भी रखी जाती है। इसके साथ में बैल दौड़ प्रतियोगिता भी होता है