मुनगाडीह में कदम के फूल देखने दूर-दूर से पहूंच रहे हैं ग्रामीण
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मुनगाडीह में कदम के फूल देखने दूर-दूर से पहूंच रहे हैं ग्रामीण
दसपुर न्यूज- जिला मुख्यालय से लगभग 7 कि.मी दुरी पर बसे ग्राम मुनगाडीह (मोहपुर) इन दिनो काफी चर्चा मे है चार वर्ष पूर्व ग्राम मुनगाडीह निवासी विदेश राम मण्डावी अपने घर के समीप मुनगाडीह के मेन चौेक में एक छोटा सा कदम का पौद्या कापसी (पखांजूर) से लाकर लगाया था जो इन दिनो छोटा सा पौद्या अब वृक्ष बनकर फूल खिलने लगा है । इस कदम के वृक्ष पर काफी मात्रा में प्रतिदिन फूल खिल रहे है । जिसे देखने के लिए दुधावा, बेलरगांव, चारामा, धमतरी, नरहरपुर, दुर्गकोंदल सहित दूर-दूर के ग्रामीण ग्राम मुनगाडीह पहूंच रहे है । आमापारा , जवाहर वार्ड निवासी श्रीमति श्याम अली ने चर्चा में बताया कि भारत की संसकृति के साथ बहुत ही प्राचीन काल से यह पेड़ जुडा हुआ है और इस पेड़ का वर्णन भगवान श्रीकृष्ण से करते है भगवान श्रीकृष्ण जमुना किनारे इसी वृक्ष पर बैठ कर बांसुरी बजाते थे । वन विभाग के विमल टाकुर व वन रक्षक निरूपा सलाम ने इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि डायबटीज व मधुमेह के रोगी को 30 से 40 दिनो मेें इसके उपयोग से 80 प्रतिशत लाभ
मिलते है इतने गुण वाले है कदम के पेड़ वही चर्मरोग के बारे में आगे बताया कि इसके पत्ते व छाल को पीसकर शरीर पर लगाने से एक सप्ताह में परिणाम दिखने लग जायेगा कदम के पके हुए फल से लोग पावडर भी बनाते है जो शारिरीक क्षिणता में काम आते है कदम के पके हुए फलो से खट्टी-मिठी चटनी भी बनती है जिसे लोग बडे़ ही चाव से खाते है जो पेट के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है मॅुह मे छाले हो जाने पर इसके पत्ते को चबाना चाहिये ।