सीईओ ने वेबीनार के माध्यम से नव-पदोन्नत अधिकारियों से की चर्चा संबंधित क्षेत्रों के हाईलाईट्स और कार्य योजना की प्राथमिकताओं पर दिया जोर
BHILAI:-सेल के प्रोजेक्ट्स एवं बिजनेस प्लानिंग निदेशक एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने एक वेबीनार के माध्यम से संयंत्र के लगभग 500 नव-पदोन्नत अधिकारियों को बधाई देते हुए उनसे सारगर्भित चर्चा की। श्री दासगुप्ता ने प्रतिभागियों को उनकी पदोन्नति पर बधाई देते हुए कहा कि हम सभी के लिए हमारे संगठन का हित सर्वोपरि है। पदोन्नत होना निश्चित रूप से किसी के करियर में एक मील का पत्थर होता है, पदोन्नति जहाँ संगठन में एक उच्च स्थान प्रदान करता है वहीं यह हमें अधिक जिम्मेदारियों का एहसास भी दिलाता है। आप सभी को नई जिम्मेदारियों के साथ संगठन की उम्मीदों पर खरा उतरने का भरपूर प्रयास करना होगा।
प्रतिभागियों के साथ बातचीत करने से पूर्व, सीईओ ने उन्हें पिछले वित्तवर्ष 2019-20 के साथ-साथ वर्तमान वित्तवर्ष में सेल और भिलाई इस्पात संयंत्र के निष्पादन से संबंधित समग्र जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि सेल ने जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं, भिलाई बिरादरी ने उन्हें पहले से ही सूचीबद्ध कर लिया है। सेल ने पिछले वित्तवर्ष की इसी नवम्बर से जनवरी की अवधि में लगभग 40 प्रतिशत की बिक्री में वृद्धि हासिल की थी, जबकि कोविड-19 ने हमें फरवरी, 2020 में आगे बढऩे के लिए रूकावट पैदा की। हमने पिछले वित्तवर्ष को 12.85 लाख टन रेल्स उत्पादन के रिकॉर्ड प्रोडक्शन के साथ समाप्त किया, जो पूर्व वित्तवर्ष 2018-19 के रेल्स उत्पादन से 30 प्रतिशत अधिक की वृद्धि को दर्शाता है। श्री दासगुप्ता ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद सेल ने वर्ष 2019-20 को सकारात्मक रूप से समाप्त किया और देश में सबसे बड़ा क्रूड स्टील उत्पादक बन गया। सीईओ ने कहा कि रेल उत्पादन में बढ़ोतरी और एसएमएस-3 के उत्पादन में वृद्धि के अलावा, पिछले वित्तवर्ष में हमारे अन्य विभागों ने भी निष्पादन को बेहतर बनाने में योगदान दिया है। जिसमें प्रमुख रूप से लगभग 600 करोड़ रुपये के 22,000 नग इंगट के भारी स्टॉक को बेचना, दल्ली-राजहरा माइंस में स्लाइम बेनेफिसिएशन प्लांट स्थापित करना, स्क्रैप संग्रहण आदि शामिल है।
हालांकि महामारी कोविड-19 की स्थिति के कारण लगे विभिन्न प्रतिबंधों ने हमारे उत्पादन स्तरों को बनाए रखने में बाधा पहुँचाई। परन्तु इस चुनौतीपूर्ण समय में भी संयंत्र के नये बार एवं रॉड मिल में सेल सेक्योर टीएमटी बार्स की सफलतापूर्वक रोलिंग की गई। भारतीय रेलवे के लिए उच्च क्षमता व गुणवत्ता वाले आर-260 गे्रड रेल्स की सफल रोलिंग, उच्च गे्रड के स्टील उत्पादन आदि इस वित्तवर्ष के प्रमुख आकर्षण रहे हैं।
सीईओ ने कहा कि बीएसपी के माइंस विभाग ने भिलाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए बेहतर प्रदर्शन करने के साथ-साथ कुटेश्वर, जैसलमेर और भूटान से आपूर्ति प्रतिबंधित होने पर सेल के अन्य संयंत्रों को लाईम स्टोन और डोलोमाइट की भी आपूर्ति की है। संयंत्र के लौह अयस्क खदानों ने भी उत्कृष्ट निष्पादन किया है, साथ ही रावघाट माइंस में भी अच्छी प्रगति हुई है। उन्होंने आगे कहा कि इस दौरान प्लेट मिल और अन्य इकाइयों में व्यापक रूप से रिपेयर कार्य किया गया, ताकि हमें आने वाले महीनों में यथेष्ठ लाभ मिल सके।
सीईओ ने कहा कि अब हमें कुछ विशेष क्षेत्रों में फोकस करने की जरूरत है। श्री दासगुप्ता ने प्रतिभागियों को वर्तमान वित्तवर्ष के आगामी महीनों के लक्ष्यों के बारे में अवगत कराया, जिसे भिलाई और अन्य संयंत्रों के लिए सेल द्वारा निर्धारित किया गया है। सीईओ ने कहा कि अन्य संयंत्रों की तुलना में भिलाई में उत्पादन की लागत अधिक है और इसलिए लागत नियंत्रण की अत्यधिक संभावना है। सुरक्षित काम करने पर जोर देते हुए, सीईओ श्री दासगुप्ता ने कहा कि यह देखा गया है कि कई घटनाएं हुई हैं, जिन्हें टाला जा सकता था। उन्होंने सेल के चेयरमैन द्वारा दिए गए सुरक्षा के एबीसी सिद्धांत को समझाते हुए कहा कि हमें इसका अनुपालन करना है। जिससे संयंत्र की सुरक्षा में वृद्धि हो। सुरक्षा के प्रति सही दृष्टिकोण विकसित हो और हमारी आदतों में सुरक्षा का समावेश हो जिससे हम सुरक्षा की एक सकारात्मक संस्कृति का विकास कर सकें। देर शाम तक चले इस इन्टरेक्शन में प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह व रूचि से भाग लिया।