खबर का हुआ असर, आनन फानन में हो रही टैंडर की प्रक्रिया
खबर का हुआ असर, आनन फानन में हो रही टैंडर की प्रक्रिया
डोंगरगढ़- हमनें अपने पाठकों को एक दिन पूर्व नगर पालिका डोंगरगढ़ के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, इंजीनियर व ठेकेदार के द्वारा कोरोना काल के दौरान
विकास कार्य के नाम पर किये जा रहे भ्रष्टाचार से अवगत कराया था जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन हरकत में आया और अपनी कारगुजारियों को छुपाने के लिए बैक डेट में 25 जून की तारीख में निविदा निकाल दी गई।
उक्त निविदा प्रेसिडेंट इन काउंसिल यानी पीआईसी में पारित प्रस्ताव के आधार पर निकाली गई है। चूंकि नगर पालिका परिषद डोंगरगढ़ में कांग्रेस का बहुमत है इसलिए अधिकतर प्रस्ताव विपक्ष की जानकारी के बिना ही पारित कर दिए जाते हैं। चूंकि देश में मार्च महीने से कोरोना महामारी का संकट मंडराया हुआ है जिसके चलते शासन ने सभी शासकीय बैठकों को निरस्त कर दिया था जिसे 18 जून को आदेश जारी कर शिथिल किया गया यानी 18 जून के बाद यदि पीआईसी की बैठक भी लेना है तो पहले एजेंडा तैयार करना पड़ेगा और पीआईसी के सारे सदस्यों को सूचित करना पड़ेगा तब जाकर दो से तीन दिन बाद पीआईसी की बैठक सम्भव हो सकती हैं लेकिन कांग्रेसी अध्यक्ष से लेकर पार्षदों अधिकारियों को भी कमीशन की कुछ ज्यादा ही जल्दी थी इसलिए 1 जून व 19 जून को पीआईसी की बैठक ले ली गई जो नियमतः विधिवत नहीं है और ना ही मान्य है तो फिर यह निविदा कैसे मान्य हो सकती है।
*भविष्य वक्ता बने नगर पालिका अधिकारी*- 25 जून की तारीख में निकाली गई निविदा मे कुल 8 कार्यो को शामिल किया गया है जिसमें सीएमओ निवास में आरसीसी नाली निर्माण लागत 2 लाख 54 हजार रुपये भी शामिल हैं, इस निविदा प्रपत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 17 जुलाई, परीक्षण उपरांत निविदा प्रपत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 जुलाई, निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई को दोपहर 3 बजे और निविदा खुलने की अंतिम तिथि भी 25 जुलाई को ही दोपहर 3 बजे है। अब सवाल यह उठता है कि नगर पालिका के अधिकारी को यह कैसे पता चला कि आरसीसी नाली निर्माण का टैंडर श्याम अग्रवाल(भूत) को ही मिलने वाला है जो निविदा खुलने से पहले ही श्याम अग्रवाल से कार्य प्रारंभ करवा दिया जो लगभग पूर्णता की ओर है। जब निविदा खुलने की अंतिम तिथि 25 जुलाई है तो एक महीना पहले ही ठेकेदार श्याम अग्रवाल से कार्य प्रारंभ करवाना मुख्य नगर पालिका अधिकारी की योग शक्ति का परिचय देता है जिनके सामने बाबा रामदेव भी फैल है जो इतने वर्षों से योग करने के बाद भी इतनी शक्ति प्राप्त नहीं कर पाए कि भविष्य में होने वाली घटनाओं को जान सके लेकिन सीएमओ हेमशंकर देशलहरा की योग शक्ति कमाल की है।
इन कार्यों के लिए निकाली गई निविदा- अध्यक्ष निधि, विधायक निधि व परिषद निधि को मिलाकर लगभग 60 लाख रुपये के विकास कार्यों के लिए नगर पालिका द्वारा निकाली गई निविदा में 8 कार्यों के लिए पंजीकृत ठेकेदारों से बंद लिफाफे में निविदा बुलाई गई है जिसकी अंतिम तिथि 25 जुलाई है। जिसमें 5 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण वार्ड नं. 3 कायस्थ पारा जबकि इस नाम से नगर में कोई भी मोहल्ला या पारा ही नहीं है। 2 लाख रुपये की लागत से पेंशनर भवन में मरम्मत कार्य मां बम्लेश्वरी पारा जबकि इस नाम से भी नगर में कोई पारा नहीं है, 13 लाख 37 हजार रुपये की लागत से भूरवाटोला स्थित मलीन बस्ती के आवास क्रमांक 1 से 6, 7 से 12 और 13 से 17 में छत निर्माण, 5 लाख 30 हजार रुपये की लागत से वार्ड नं 6 मंदिर के सामने दुकान निर्माण, 5 लाख 30 हजार रुपये की लागत से हाइ स्कूल के सामने दुकान निर्माण, नेहरू कालेज के सामने दुकान निर्माण 12 लाख 25 हजार, सरकारी अस्पताल के सामने दुकान निर्माण लागत 12 लाख 25 हजार,टूरिस्ट लॉज के सामने सीएमओ निवास में आरसीसी नाली निर्माण लागत 2 लाख 54 हजार जबकि इसके पूर्व नगर में कई व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया जा चुका है जिनका आबंटन लगभग 8 वर्षो बाद भी नहीं किया जा सका तो फिर ऐसे में इन दुकानों के निर्माण का क्या औचित्य। इसके अलावा वार्ड नं 20 भूरवाटोला IHSDP आवासों मे 1 लाख 45 हजार की लागत से प्लास्टर कार्य भी इस निविदा में शामिल है