असम: बागजान के तेल के कुएं में भीषण आग, दो किमी दूर से दिखाई दे रहीं लपटें | Assam Massive fire at the gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia | nation – News in Hindi
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![असम : बागजान के तेल के कुएं में भीषण आग, दो किमी दूर से दिखाई दे रहीं लपटें असम : बागजान के तेल के कुएं में भीषण आग, दो किमी दूर से दिखाई दे रहीं लपटें](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2020/06/Assam-fire.jpg?impolicy=website&width=459&height=306)
यहां पिछले 14 दिन से गैस का रिसाव हो रहा था.
आग लगने के बाद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (CM Sarbanand Sonowal) ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ( Petroleum Minister Dharmendra Pradhan) से बात की है.
आग लगने के बाद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (CM Sarbanand Sonowal) ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ( Petroleum Minister Dharmendra Pradhan) से बात की है. गैस रिसाव के समय से क्षेत्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) तैनात किया गया था और असम के शीर्ष अधिकारी भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम भी सोमवार को सिंगापुर से मौका-ए- वारदात पर पहुंच गई है और वे आज सुबह से ऑपरेशन में शामिल होकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
#WATCH Massive fire at the gas well of Oil India Ltd at Baghjan in Tinsukia district, Assam. A team of National Disaster Response Force (NDRF) is present at the spot pic.twitter.com/Tw2G92aPXy
— ANI (@ANI) June 9, 2020
27 मई को हुआ था विस्फोट
गुवाहाटी से लगभग 500 किलोमीटर दूर बागजान तिनसुकिया में तेल कुएं में 27 मई को विस्फोट हुआ था और पिछले 14 दिनों से गैस का रिसाव हो रहा था, जिससे इस क्षेत्र की आर्द्रभूमि और जैव विविधता को गंभीर नुकसान पहुंचा है.
After a blowout on May 27 massive fire engulfed entire Baghjan area in Tinsukia, Assam followed by a blast.The leak today led to this explosion.A team of experts from Singapore reached the site yesterday and was working on it.Worrisome as the #DibruSaikhowa is nearby.Prayers! pic.twitter.com/DmQHDFYam7
— Tulika Devi (@tulika_devi) June 9, 2020
6000 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया
आसपास के गांवों में धान के खेत, तालाब और आर्द्रभूमि भी दूषित हो गए हैं और हर गुजरते दिन के साथ खतरा बढ़ रहा है. क्षेत्र के कई छोटे चाय उत्पादकों ने भी अपने चाय बागानों में गैस संघनन की परतों के बारे में शिकायत की है.
इस प्राकृतिक गैस के 1.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले कम से कम 6,000 लोगों को वहां से निकालकर राहत शिविरों में रखा गया है. ऑयल इंडिया लिमिटेड ने भी हर एक प्रभावित परिवारों को 30,000 रुपये की वित्तीय राहत देने की घोषणा की है.
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First published: June 9, 2020, 5:00 PM IST