ओडिशा में भारी बारिश, पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ रहा अम्फान; पढ़ें 10 बड़ी बातें | super cyclone-amphan-10-major-developments-heavy-rain-in-odisha and bengal | nation – News in Hindi
महाचक्रवात अम्फान से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 40 टीमें तैनात की गई हैं. एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान का कहना है कि अम्फान कोविड-19 महामारी के बाद अम्फान दूसरी आपदा है जिस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
2. एनडीआरएफ 2019 में आए फानी तूफान के अपने अनुभवों से काम ले रही हैं. टीम के पास बातचीत के लिए वायरलेस सेट, सैटेलाइट फोन और अन्य संचार के साधनों का इस्तेमाल कर रही हैं. इस चक्रवात की तैयारी 1999 में आए सुपर साइक्लोन की तरह की जा रही है.3. मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है और आगाह किया है कि कोलकाता, हुगली, हावड़ा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को अत्यंत नुकसान होगा. मौसम विभाग ने तैयार फसलों, बाग-बगीचों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई है
4. करीब तीन लाख लोगों को तटीय इलाकों से निकाला गया है. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि “महाचक्रवात से उत्पन्न किसी भी घटना से निपटने के लिए सभी एहतियाती उपाय किए गए हैं. मैंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बातचीत की है. कम से कम तीन लाख लोगों को राज्य के तीन तटीय जिलों से निकाला गया है और राहत शिविरों में भेज दिया गया है.”
5. एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि वाराणसी, पटना, गुवाहाटी, विजयवाड़ा, अराकोणम और पुणे में बल की छह अन्य बटालियनों में चार-चार टीमों को तैयार रहने को कहा गया है ताकि दो राज्यों में जरूरत पड़ने पर उन्हें भारतीय वायुसेना के विमानों से ले जाया जा सके.
6. मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर विश्वास ने कहा कि सुबह ‘अम्फान’ का केंद्र पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था, जो पारादीप (ओडिशा) से करीब 420 किलोमीटर दक्षिण, दीघा से 570 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 700 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है.
7. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि अम्फान 20 मई को दोपहर बाद बेहद भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल- बांग्लादेश तटों से गुजर सकता है. तटों से टकराने से पहले इसकी प्रचंडता कुछ कम होगी और हवाओं की गति निरंतर 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे बनी रहेगी जो बीच-बीच में प्रति घंटे 180 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चूंकि चक्रवात धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है इसलिए ओडिशा में इसका असर बहुत ज्यादा होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि हालांकि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे तटीय जिलों में मंगलवार शाम से भारी बारिश होने और तेज हवाएं चलने की आशंका है.
8. विशेष बचाव आयुक्त पी के जेना ने कहा कि निचले इलाकों, तटीय जिलों में कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को निकालने की प्रक्रिया जारी है और यह काम शाम तक पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एहतियाती कदम के तौर पर 11 लाख लोगों को निकालने की व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि गजपति जिले के कुछ क्षेत्रों से भी भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर लोगों को हटाया जा रहा है.
9. असम सरकार ने चक्रवात ‘अम्फान’ को लेकर मंगलवार को ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी किया और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को निर्देश दिया कि वह, स्थिति से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग को उद्धृत करते हुए मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण ने कहा कि असम में चक्रवात के व्यापक प्रभाव की संभावना है, खासकर पश्चिम असम के जिलों में.
10. कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में मंगलवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक हुई. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात कर आसन्न चक्रवात की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र के बीच पूर्ण समन्वय है.
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