जानें यूपी के वित्त मंत्री ने क्यों कहा- जिंदगी बचाने के लिए शराब बेचना है जरूरी | Know why did the Finance Minister of UP had to say to save life it is necessary to sell liquor NODAKM | lucknow – News in Hindi
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2020/05/liquor-Shop-1.jpg)
![जानें यूपी के वित्त मंत्री ने क्यों कहा- जिंदगी बचाने के लिए शराब बेचना है जरूरी जानें यूपी के वित्त मंत्री ने क्यों कहा- जिंदगी बचाने के लिए शराब बेचना है जरूरी](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2020/05/liquor-Shop-1.jpg?impolicy=website&width=459&height=306)
यूपी के वित्त मंत्री ने शराब की ब्रिकी को मजबूरी बताया है. (फाइल फोटो)
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने कहा है कि शराब लोगों की लाइफ स्टाइल और फूड हैबिट्स में शामिल हो चुकी है और लोगों की इन आदतों को आसानी से नहीं बदला जा सकता है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के अनुसार, लॉकडाउन लागू होने के साथ ही प्रदेश में शराबी की बिक्री पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई थी. चूंकि शराब लोगों की लाइफ स्टाइल और फूड हैबिट्स में शामिल हो चुकी है और लोगों की इन आदतों को आसानी से नहीं बदला जा सकता है. लिहाजा, सूबे में शराबबंदी के बाद लोगों ने शराब के वैकल्पिक साधनों को तलाशना शुरू कर दिया है. गाजियाबाद के मोदीनगर का उदाहरण देते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि शराब न मिलने की वजह से तीन युवकों ने सैनेटाइजर पी लिया, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. कानपुर की एक घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अवैध शराब पीने के चलते वहां तीन युवकों की मृत्यु हो गई.
यह भी पढ़ें: यूपी में देसी और विदेशी शराब की हर वैरायटी की कीमत जानिए यहां
लोगों की आदतों का फायदा उठाने में लगे लोगमंत्री ने बताया कि लोगों की इसी कमजोरी का फायदा उठाने के लिए सूबे में बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाने का गोरखधंधा भी शुरू हो गया. सिर्फ लॉकडाउन पीरियड के दौरान, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 80 हजार लीटर से अधिक अवैध शराब बरामद की थी. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने महज 45 दिनों के भीतर अवैध शराब बनाने वाली 499 भट्टियों को न केवल खोजा है, बल्कि उन्हें नष्ट भी किया है. इसके अलावा मई के पहले सप्ताह तक पुलिस और आबकारी विभाग ने अवैध शराब के गोरखधंधे से जुड़े 3627 लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. इतना ही नहीं, इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 3526 एफआईआर दर्ज की है.
यह भी पढ़ें: योगी सरकार का ऐलान- यूपी में कोरोना वॉरियर्स पर किया हमला तो 2 से 5 साल तक की होगी सजा
नहीं चाहते, शराब की वजह से जाए जान
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि बीते 45 दिनों में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें शराब न मिलने के चलते लोग ऐसा कुछ कर बैठे, जिसकी वजह से उनकी जान गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि शराब की वजह से लोगों की जान जाए. लिहाजा, लोगों की जिंदगी बचाने के लिए सरकार ने सूबे में शराब की बिक्री को पुन: शुरू करने की अनुमति दी है.
यह भी पढ़ें: जानिए किस दिन खुलेगी कौन सी दुकान, प्रशासन ने तैयार किया यह मास्टर प्लान
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए लखनऊ से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: May 6, 2020, 3:58 PM IST