मालेगांव की पहेली, अप्रैल में गईं 580 लोगों की जान, लेकिन कोरोना से हुईं 12 मौत | 580 deaths in malegoan maharashtra in april but covid 19 deaths is only 12 coronavirus | nashik – News in Hindi
मालेगांव में मौत को लेकर हड़कंप मचा है.
राज्य सरकार ने मालेगांव (Malegaon) में 10 अप्रैल के बाद मरने वाले लोगों के परिवारवालों की पहचान कर उनकी कोविड 19 (Covid 19) जांच करने का निर्णय लिया है.
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक मालेगांव में पिछले साल अप्रैल में 277 लोगों की मौत दर्ज हुई थी. लेकिन इस बार अप्रैल में 580 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में कोरोना वायरस महामारी के समय इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद सभी सकते में हैं.
कुछ अफसरों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण निजी अस्पतालों के बंद रहने से शायद ऐसा हुआ हो. वहीं राज्य सरकार ने मालेगांव में 10 अप्रैल के बाद मरने वाले लोगों के परिवारवालों की पहचान कर उनकी कोविड 19 जांच करने का निर्णय लिया है. ऐसी आशंका जताई गई है कि मरने वाले लोग कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं, लेकिन वे पहचान में नहीं आ पाए. अगर ऐसा होगा तो उनके संपर्क में आए लोगों में भी कोविड 19 संक्रमण फैलने का अंदेशा है.
नासिक जिले के मालेगांव में 8 अप्रैल को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस सामने आया था. इसके बाद अब तक यहां 229 केस सामने आ चुके हैं. वहीं आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार यहां सिर्फ 12 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई है. प्रशासन के अनुसार मालेगांव में 27 अप्रैल के बाद एक भी कोविड 19 संक्रमित की मौत नहीं हुई है.इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक मालेगांव के सबसे बड़े कब्रिस्तान बड़ा कब्रिस्तान में गुरुवार को दो घंटे के अंदर 9 लोगों के शव दफनाए गए हैं. बड़ा कब्रिस्तान के एडमिनिस्ट्रेटर रईस अहमद अंसारी के अनुसार सामान्य दिनों में यहां प्रतिदिन 6 से 7 लोगों के शव दफनाए जाते थे. लेकिन पिछले 3 दिनों से प्रतिदिन ये आंकड़ा बढ़कर 30 शवों का हो गया है. इस साल अप्रैल में यहां 457 डेड बॉडी दफनाई गईं. पिछले साल अप्रैल में यह संख्या 140 ही थी.
मालेगांव में 79 फीसदी मुस्लिम आबादी है. वहीं अधिकारियों के अनुसार मालेगांव में होने वाले अंतिम के आंकड़ों में कोई बदलाव नहीं आया है. पिछले साल अप्रैल में 22 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ था. वहीं इस साल 26 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है.
इस मामले पर मालेगांव में कोविड 19 महामारी से निपटने के लिए बनाए गए इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की निगरानी कर रहे आईएएस अफसर पंकज आशिया ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘अप्रैल में मालेगांव में मौतों की संख्या बढ़ी है. बिना पूरी जांच पड़ताल किए ये नहीं कहा जा सकता है कि ये मौतें कोविड 19 के कारण हुई हैं. हम 10 अप्रैल के बाद मरने वाले सभी लोगों के परिवारों की मेडिकल जांच कराएंगे.’
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First published: May 4, 2020, 6:47 PM IST