देश दुनिया

42 सालों में सबसे कम रहा भारत का GDP ग्रोथ रेट, -2.1% से 1.9% के बीच रह सकती है: India Rating – India Ratings cuts India FY21 GDP growth to 1 point 9 percent lockdown continues GDP reduced | business – News in Hindi

42 सालों में सबसे कम रहा भारत का GDP ग्रोथ रेट, -2.1% से 1.9% के बीच रह सकती है: India Rating

42 सालों में सबसे कम भारत का GDP ग्रोथ रेट, -2.1 से 1.9% के बीच रहने का अनुमान

पूरी दुनिया में कोरोना काल चल रहा है. अर्थव्यवस्था पटरी से उतर रही है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. भारत की भी आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक दौर से गुजर रही है. कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के GDP ग्रोथ का अनुमान बहुत कम बताया है.

नई दिल्ली. पूरी दुनिया में कोरोना काल चल रहा है. अर्थव्यवस्था पटरी से उतर रही है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. भारत की भी आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक दौर से गुजर रही है. कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के GDP ग्रोथ का अनुमान बहुत कम बताया है. रेटिंग एजेंसियों ने बेहद खराब स्थिति में ग्रोथ का अनुमान -2.1 फीसदी लगाया है और करेंट फिस्कल ईयर में इसमें 1.9 फीसदी तक बढ़ने का अनुमान जताया है. एजेंसी का कहना है कि वास्तविक संख्या कुछ इस बात पर निर्भर करती है कि लॉकडाउन का समय कैसे खत्म किया गया. आर्थिक गतिविधियों को सामान्य होने में कितना समय लगता है.

आर्थिक ग्रोथ घटकर 1.9 फीसदी
अगर मध्य मई 2020 तक आंशिक रूप से लॉकडाउन जारी रहता है तो Ind-Ra का मानना है कि आर्थिक ग्रोथ घटकर 1.9 फीसदी पर आ सकती है. यह 1991-92 के बाद पिछले 29 सालों में सबसे कम वृद्धि होगी. बता दें कि साल 1991-92 बैलेंस ऑफ पेमेंट क्राइसेस के चलते जीडीपी 1.1 फीसदी पर रही थी.

ये भी पढ़ें: Lockdown खुलने के बावजूद मई में 13 दिन बैंक रहेंगे Bank, यहां चेक करें लिस्टऐसी स्थिति में Ind-Ra के अनुमान है कि GDP 2019-20 की चौथी तिमाही में 2020-21 की तीसरी तिमाही तक वापस आ सकती है. एजेंसी ने 2020-21 की दूसरी तिमाही के दौरान सामान्य आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरु करने का अनुमान जताया है.

42 सालों में सबसे कम
पिछले महीने के आखिरी में Ind-Ra ने ग्रोथ रेट 3.6 फीसदी का अनुमान जताया था. हालांकि, अगर लॉकडाउन मिड-मई 2020 से आगे बढ़ता है और धीरे-धीरे रिकवरी जून 2020 के आखिरी तक होती है. तो GDP में 2.1 फीसदी की गिरावट आ सकती है. जो कि पिछले 42 सालों में सबसे कम है और साल 1951-52 से कमजोर होने का छठा उदारहण रहेगा.

ये भी पढ़ें: सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 60 से हो जाएगी 50! जानिए हकीकत

साल 1957-58 में GDP में 0.4 फीसदी, साल 1965-66 में 2.6 फीसदी, 1966-67 में 0.1 फीसदी, 1972-73 में 0.6 फीसदी और 1979-80 में 5.2 फीसदी की गिरावट आई थी. Ind-Ra ने जारी किए अपने बयान में कहा है कि कोरोना वायरस के चलते फाइनेंशियल मार्केट में गिरावट जारी थी, लेकिन RBI के मोर्चा संभालने पर वित्तीय बाजारों में सुधार हुआ है. रेटिंग और रिसर्च एजेंसी ने कहा है कि सिस्टम में लिक्विडिटी की कोई कमी नहीं है. RBI ने फरवरी 2020 से GDP के तकरीबन 3.2 फीसदी लिक्विडिटी सिस्टमेटिक तरीके से इंजेक्ट किया है.

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए मनी से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: April 27, 2020, 7:20 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button