इतने साल बाद Ratan Tata ने बताई अपने दिल की बात, इंजिनियर नहीं बल्कि ये बनना चाहते थे टाटा – Ratan Tata wanted to be an architect as the profession motivated him Coronavirus Outbreak In Mumbai Slums Like Dharavi | business – News in Hindi


रतन टाटा ग्रुप
रतन टाटा ने एक सेमीनार में बताई अपने दिल की बात. रतन टाटा ने बताया कि वो कभी भी इंजीनियर नहीं बनना चाहते थे. वास्तुकार नहीं बन पाने का उन्हें आज भी मलाल है.
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धारावी में सबसे ज्यादा कोरोना संकट फैलने का डर
ढाई वर्ग किलोमीटर का इलाका और 8-9 लाख लोग. हालात का अंदाजा लगाइए. आबादी की ऐसी बेतहाशा बसावट जो दुनिया में चंद जगहों पर ही होगी. मुंबई के केंद्र में बसे स्लम एरिया धारावी कोरोना संकट से जूझ रहा है. एक्सपर्ट्स को यहां सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने का डर है. मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने झुग्गी-झोपड़ियों की बढ़ती संख्या के लिए हाउसिंग नीतियों पर सवाल उठाते हुए चेत जाने की नसीहत दी है.कोरोना का संकट हमें अब भी चेतावनी दे रहा है-टाटा
रतन टाटा ने कहा कि जब लोग इसकी आलोचना करते हैं तो हम नाराज हो जाते हैं. लेकिन एक आर्किटेक्ट और बिल्डर के रूप में सामाजिक जिम्मेदारी भी है. कोरोना का संकट हमें अब भी चेतावनी दे रहा है. मेरी चिंता यह है कि अब यह हमें चारों ओर से घेर चुका है और हमला कर रहा है.
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First published: April 21, 2020, 4:20 PM IST