राज्य सरकारों का मेडिकल स्टोर को आदेश- बुखार और जुकाम की दवा खरीदने वालों का रिकॉर्ड रखें-States ask shops to keep records of those buying fever cold drugs | nation – News in Hindi


ऐसी दवा खरीदने वालों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा. (प्रतीकात्मक)
कहा जा रहा है कि कोरोना (Coronavirus) के कई मरीज़ इसके लक्षण को कम करने के लिए इन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं.
क्या लोग छुपा रहे हैं कोरोना के लक्षण
कहा जा रहा है कि कोरोना के कई मरीज़ इसके लक्षण को कम करने के लिए इन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. दरअसल ऐसे लोग कोरोना के टेस्ट से डर रहे हैं. उन्हें लगता है कि पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें कम से कम दो हफ्ते के लिए अस्पतालों में रहना पड़ सकता है या फिर उन्हें क्वारंटाइन में भेजा जा सकता है. इसी डर से लोग पैरासिटामोल और सर्दी जुकाम की बाक़ी दवाइयां खा रहे हैं.
तेलंगाना से आए कई ऐसे मामलेअंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, तेलंगाना में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां पता चला कि लोग खुद बुखार की दवा खा कर घर में थे लेकिन बाद में टेस्ट होने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. ऐसे में यहां की राज्य सरकार ने मेडिकल स्टोर चलाने वालों की तुरंत बैठक बुलाई और फिर यहां ये फैसला लिया गया कि आगे से ऐसी दवा खरीदने वालों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा.
डॉक्टर की पर्ची जरूरी
महाराष्ट्र के पुणे में भी दवा दुकानदारों को ऐसे रिकॉर्ड रखने को कहा गया गया है. साथ ही यहां ये भी आदेश दिया गया है कि बिना डॉक्टर की पर्ची के ऐसी दवा न दी जाए. हर मेडिकल स्टोर को रात 8 बजे तक रिपोर्ट भेजने को कहा गया है. बिहार सरकार ने भी समय-समय पर ये रिपोर्ट भेजने को कहा है.
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First published: April 19, 2020, 7:41 AM IST