मुख्यमंत्री की चुटकी: पार्टी अभी ठीक से बनी नही और शुरू हो गया बिखराव
भाजपा के लिए बनी पार्टी का भाजपा के हार के बाद यही होना था
मुख्यमंत्री के बयान से युवा नेताओं के खिले चेहरे तो मंत्रियों व विधायकों में मायूसी
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने और आगामी लोकसभा चुनाव लडऩे की उम्मीद लगाए बैठे मंत्री और विधायकों के लिए निराशाजनक खबर सामने आई है। पार्टी की ओर से मंत्री और विधायकों को लोकसभा का प्रत्याशी नहीं बनाया जाएगा। इससे पार्टी में लंबे समय से सक्रिय नए चेहरे और युवाओं को मौका मिलेगा। इससे युवक कांग्रेस के ऐसे पदाधिकारियों में जो युवा कांग्रेस की उम्र सीमा को पार कर चुके उनमें खुशी की लहर है कि उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में मौका मिल सकता है। वहीं राज्य सरकार के कई मंत्री और विधायक भी लोकसभा चुनाव लडऩे के लिए आस लगाये हुए थे, उनमें मायूसी है। पीसीसीचीफ और सीएम भूपेश बघेल ने दुर्ग प्रवास के दौरान यह बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के मंत्री व विधायकों को लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। इसकी जगह नए और युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका निजी विचार है और अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान को करना है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों व प्रत्याशियों के चयन से जुड़े सवाल पर बघेल ने स्पष्ट किया कि विधानसभा की तर्ज पर ही लोकसभा के भी चुनाव लड़े जाएंगे। कार्यकर्ताओं को प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा और उनके विचारों को पूरी अहमियत दी जाएगी। विधानसभा में जिनकी टिकट काटी गई थी उन्हें मौका देने के सवाल पर भी बघेल ने कहा कि इस पर फैसला हाइकमान को करना है। कर्जमाफी और धान खरीदी से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम किसानों के मामले में दोहरी नीति अपना रहे हैं। प्रदेश सरकार ने कर्जमाफी और समर्थन मूल्य के माध्यम से किसानों को हक देकर समृद्ध करने का प्रयास किया तो उन्होंने सेन्ट्रल पूल से चावल की खरीदी पर रोक लगा दी। मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी में बिखराव को लेकर भी चुटकी ली। उन्होंने जोगी का नाम लिए बिना कहा कि पार्टी अभी ठीक से बनीं नहीं है और बिखराव शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि पार्टी भाजपा के लिए बनी थी, इसलिए पराजय के बाद यह स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसपा का अस्तित्व है, लेकिन वह भी चुनाव में कुछ नहीं कर पाई।