अप्रवासी मजदूरों के लिए राहत शिविरों में भोजन, आवास की व्यवस्था

अप्रवासी मजदूरों के लिए राहत शिविरों में भोजन, आवास की व्यवस्था
सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-कांकेर- नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए राज्य शासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार जिले में धारा-144 (1) लागू की गई है, साथ ही लॉकडाउन भी किया गया है। ऐसी स्थिति में बेघर-बार एवं अप्रवासी मजदूरों के लिए जिले में 47 राहत शिविर संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें 1026 प्रवासी श्रमिकों को रखा गया है तथा उनके लिए भोजन, आवास एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
राहत शिविर के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर सी.एल. मार्कण्डेय ने बताया कि जिले में संचालित 47 राहत शिविरों में से 32 राहत शिविर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संचालित हैं, जिसमें सभी तहसीलदारों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत राशि उपलब्ध कराया गया है, 15 राहत शिविर ठेकेदारों द्वारा संचालित किया जा रहा है, जहॉ उनके
मजदूर निवासरत है। अपर कलेक्टर श्री मार्कण्डेय ने बताया कि कांकेर विकासखण्ड अंतर्गत ईमलीपारा कांकेर स्थित नव निर्मित छात्रावास भवन में 70 मजदूरों के लिए भोजन व आवास की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार गोकुलधाम कांकेर में 32, सी.टी.माल कांकेर में 28, राजापारा कांकेर में 25, माटवाड़ा लाल में 24 तथा आतुरगांव के राहत शिविर में 11 मजदूरों के लिए भोजन व आवास की व्यवस्था की गई है। नरहरपुर विकासखण्ड अंतर्गत आईटीआई नरहरपुर के बालक छात्रावास भवन में 96, सांस्कृतिक भवन नरहरपुर में 07, बाजार स्थल दुधावा में 23, हाई स्कूल मैदान सरोना में 11, हाई स्कूल मासुलपानी में 10 मजदूरों के लिए तथा चारामा विकासखण्ड अंतर्गत शहीद गैंदसिंह शासकीय महाविद्यालय जैसाकर्रा चारामा में 40, उच्चतर माध्यमिक शाला पुरी में 45, शासकीय हाईस्कूल परसोदा में 59, माध्यमिक शाला बागडोंगरी के खासपारा में 42 और प्राथमिक शाला रामपुर में 41 मजदूरों के लिए भोजन व आवास की व्यवस्था की गई है।
इसी प्रकार अंतागढ़ विकासखण्ड के प्राथमिक शाला कलगांव में 12, भैंसगांव के अस्थाई झोपड़ी में 18, रंगमंच भवन तेवारी में 05, नवागांव किराया मकान में 03, नवागांव झोपड़ी में 26, कुशाघाटी गांव निजी मकान में 18, आमाबेड़ा वेयर हाउस में 12, अंतागढ़ अस्थाई झोपड़ी में 17 तथा आंगनबाड़ी भवन उपरकामता में 07 अप्रवासी व बेघरबार मजदूरों के लिए भोजन एवं आवास की व्यवस्था की गई है। दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के उच्चतर माध्यमिक शाला दुर्गूकोंदल में 16, गुरवण्डी नाला के पास टेन्ट में 16, कोदापाखा में 10, छिंदगांव नाला के पास टेन्ट में 34, सुरूंगदोह नदी के पास टेन्ट में 22 और हाटकोंदल नदी के पास टेन्ट में 13 तथा भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिचेकट्टा में 04, ग्राम पंचायत संबलपुर में 05, ग्राम पंचायत पेवारी में 13, ग्राम पंचायत कुर्री में 24, ग्राम पंचायत घोड़ा बत्तर में 06, ग्राम पंचायत खोरा में 22, ग्राम पंचायत रानवाही में 18, ग्राम पंचायत टेडई कोंदल में 03, ग्राम पंचायत भेजा में 02, ग्राम पंचायत मुंगवाल, कोरर एवं ग्राम पंचायत चवेला में 04-04 और ग्राम पंचायत धोटा में 08, ग्राम पंचायत करमोती में 07, हाई स्कूल भानुप्रतापपुर में 54 और कन्हार गांव रेलवे स्टेशन शेड में 55 प्रवासी मजदूरों व बेघर-बार लोगों के लिए भोजन एवं आवास की व्यवस्था की गई है।
नरहरपुर राहत शिविर में 96 प्रवासी मजदूर राजस्थान के
विकासखण्ड मुख्यालक नरहरपुर के शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के बालक छात्रावास में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संचालित राहत शिविर में राजस्थान के राजसमुंद, भीलवावड़ा, चितौड़गढ़ क्षेत्र के 96 प्रवासी श्रमिकों को रखा गया है, जिन्हें उनकी रूची के अनुसार भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा उन्हें आटा, दूध, तेल, शक्कर, चायपत्ती, हल्दी, धनिया, मिर्च, मसाला, दाल-चांवल, आलू, प्याज, हरी सब्जी, साबुन, हेयर ऑयल, एलपीजी गैस व ईधन लकड़ी इत्यादि उपलब्ध कराये जा रहे है, साथ ही चादर, टाटपट््टी, दरी व मास्क भी प्रदाय किया गया है। प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये खाद्य सामग्री से प्रवासी श्रमिकों द्वारा अपनी रूची के अनुसार पुड़ी, रोटी, दाल-बांटी, दाल-ढोकलीं इत्यादि प्रकार के भोजन तैयार की जाती है।
विज्ञापन समाचार के लिए सपर्क करे-9425569117/7580804100