छत्तीसगढ़

गोलबाजार में दो पहिया वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित, एसडीओपी व डिप्टी कलेक्टर के नेतृत्व में वाहन जप्ती की कार्यवाही

गोलबाजार में दो पहिया वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित, एसडीओपी व डिप्टी कलेक्टर के नेतृत्व में वाहन जप्ती की कार्यवाही

डोंगरगढ- देवेन्द्र गोरले सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-देश में कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अप्रैल तक 21 दिनों का कर्फ्यू लगाया है जिससे कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके और देशवासियों को इस महामारी से बचाया जा सके। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की आराध्य नगरी

 

डोंगरगढ में भी कर्फ्यू लगाया गया है और जिलाधीश के आदेशानुसार जिलेवासियों को राहत पहुंचाते हुए सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकान खोलने की अनुमति प्रदान की गई जिससे नागरिक अपनी आवश्यकताओं की वस्तुओं को खरीदकर घर पर रख सके और अपना दिन

 

आसानी से घर पर गुजार सके लेकिन इस छूट के दौरान भी जिला प्रशासन ने कुछ मापदंड तैयार किये हैं जिसके अंतर्गत सामान लेते समय दुकानदार व ग्राहक के बीच 1 मीटर की दूरी साथ ही सभी ग्राहकों के बीच में भी 1 मीटर की दूरी निर्धारित की गई है इसके अलावा बाजार में आने वाले नागरिक व दुकानदार को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य है किन्तु प्रशासन की इतनी तैयारी के बाद भी डोंगरगढ की जनता में कुछ लोग ऐसे हैं कि मानने को तैयार नहीं है और जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए सभी नियमों को ताक में रखकर बिना दूरी बनाये और मास्क लगाकर बेख़ौफ़ घूम रहे हैं और प्रशासन के नुमाइंदों के द्वारा उन्हें समझाइश देने पर उल्टा उनसे बहस कर रहे हैं।

डिप्टी कलेक्टर से उलझे नागरिक- 30 मार्च सोमवार को जिले के डिप्टी कलेक्टर लवकेश कुमार ध्रुव धारा 144 व कर्फ्यू का निरीक्षण करने डोंगरगढ पहुंचे। निरीक्षण के दौरान रेलवे चौक में कुछ नागरिकों द्वारा बिना मास्क के फालतू घूमने पर डिप्टी कलेक्टर श्री ध्रुव के द्वारा उन्हें फटकार लगाई गई तो वे नागरिक उल्टा उनसे ही बहस करने लगे। इसी तरह गोलबाजार में दो पहिया वाहन पूर्णतः प्रतिबंध किया गया है इसके लिए बाकायदा एलौंसमेन्ट करवाया जा रहा है लेकिन उसके बाद भी नागरिक नहीं माने और स्टॉपर लगाने के बाद भी बाजार के अंदर दो पहिया वाहन ले गए जिसके बाद डिप्टी कलेक्टर श्री ध्रुव व एसडीओपी चन्द्रेश ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस बल की मदद से दो पहिया वाहन की चाबी निकालकर जप्ती की कार्यवाही की गई। इस दौरान कुछ लोग मेडिकल जाने, डॉक्टर के पास जाने तो और कोई जानकारी नहीं होने सहित अलग-अलग तरह की बातें बनाने लगे इसमें एक बुजुर्ग महिला जिनकी आंख का ऑपरेशन हुआ था लेकिन उसके बाद भी अपने बेटे के साथ बाजार में प्रवेश करने पर बुजुर्ग महिला को पुलिस गाड़ी में घर छोड़ा गया और गाड़ी जप्त कर ली गई। इस कार्यवाही के दौरान एक चीज यह भी देखने को मिली कि कुछ बुजुर्ग महिला दुकानदार बिना मास्क पहने ही सब्जियां बेच रही थी। लोगों को यह समझना बहुत जरूरी है कि यदि शासन प्रशासन कोई दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं और घर पर रहने कहा जा रहा है इससे शासन को राजस्व की प्राप्ति नहीं होगी और ना ही उन्हें कोई विशेष सम्मान भारत सरकार के द्वारा दिया जायेगा बल्कि यह सब जनता की सुरक्षा के लिए ही किया जा रहा है यदि हम अपने घर पर रहेंगे और शासन के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे तो इससे हम और हमारा परिवार इस महामारी से सुरक्षित रह सकेगा।

 

 

 

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