नेहरू नगर अंडरब्रिज में दिखेगा छत्तीसगढ़ का गांव, खेत-खलिहान और ग्राम्य खेलों के नजारा
भिलाई। नेहरू नगर अंडरब्रिज से आवागमन करने वाले लोगों को छत्तीसगढ़ का गांव, खेत-खलिहान और ग्राम्य खेलों के आकर्षक नजारा देखने को मिलेगा, इसके लिए इस अंडरब्रिज को एक दिन के लिए फिर बंद कर इन चित्रों को चित्रकारों द्वारा उकेरने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ के वर्तमान एवं पूर्व छात्रों का एक दल करने में जुटा है। इसके एक तरफ की दीवार पर जहां कंचा, गिल्ली डंडा, टायर चलाते बच्चे, पि_ूल खेलते बच्चे दिखाई पड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ खेतों में काम कर रहे किसान अलग-अलग कार्यों में व्यस्त दिखाई देते हैं।
इस संबंध में एक सीनियर आर्टिस्ट दर्शन सिंह नेगी ने बताया कि उन्होंने लगभग 25 दिन पहले यहां काम शुरू किया है। दल के कुछ युवा रोज नहीं आ पाते। इनमें कुछ एक्स स्टूडेंट हैं तो कुछ की पढ़ाई अभी चल रही है। जिनकी परीक्षाएं चल रही हैं वे कभी कभी ही आ पाते हैं। नेहरू नगर से पटरियों के बीच दोनों तरफ की दीवारों पर 11-11 पैनल बनाए गए हैं। बायीं तरफ की दीवारों पर ग्राम्य खेलकूद के दृश्य बनाए गए हैं जबकि दूसरी तरफ की दीवार पर कृषि से जुड़े चित्र बनाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यह कार्य लोककर्म विभाग का है। निविदा के जरिए यह काम लिया गया है जिसमें खैरागढ़ के फाइन आट्र्स के स्टूडेन्ट्स अपना हुनर दिखा रहे हैं। रेल पटरियों के नीचे के हिस्से में झरनों के चित्र उकेरे गए हैं। भिलाई की तरफ के हिस्से में खेलकूद के चित्र बनाए जा रहे हैं। इसमें गेड़ी, पंथी, राउत नाचा सहित लोकनृत्यों को शामिल किया गया है। पूरा काम अच्छी क्वालिटी के एक्सटीरियर इमलशन द्वारा किया जा रहा है जो लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा। उन्होंने बताया कि कुछ नगर पालिकाओं के लिए भी उनके दल के सदस्य काम कर चुके हैं। नया रायपुर के मुक्तांगन में भी उन्होंने कुछ टुकड़ों में काम किया है। यहां 25 दिन पहले काम शुरू किया है और अभी लगभग इतने ही दिनों का काम शेष है।
उन्होंने आगे बताया कि हालांकि इस काम में पैसा बहुत नहीं है पर इस बात का संतोष रहता है कि हमने अच्छा काम किया है। हमारी कला को अभिव्यक्ति मिली है। जब हम किसी को बताते हैं कि फलां जगह पर दिखने वाले चित्र हमने बनाए हैं तो बड़ा आत्मसंतोष होता है। वैसे यहां प्रतिदिन काम करने के एक हजार रुपए मिल जाते हैं जो किसी भी सूरत में कम नहीं है। साल में पांच-सात असाइनमेंट मिल जाते हैं।