छत्तीसगढ़

बाइक पर दूधिया गर्ल, चीते और महाकुंभ भी… कर्तव्य पथ पर उतरा भारत का गौरव, सबसे रोचक तस्वीरें

भारत ने आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाया. इस दौरान कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में हर साल की तरह इस बार भी बहुत कुछ खास देखने को मिला. ये तस्वीरें परेड खत्म होने के बाद भी लोगों की चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इस साल भी झाकियों में कई चीजें पहली बार हुईं. झाकियों ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. इसी कड़ी में पशुपालन विभाग की झांकी पर लोगों की निगाहें टिकी कि टिकी रह गईं.ऐसा इसलिए क्योंकि इस झांकी में एक लड़की बाइक पर दूध बेचने के लिए जाते हुए नजर आ रही है. उसके साथ साइकिल पर भी कुछ दूधिये नजर आए. इस झांकी से ये संदेश दिया गया कि खेती-किसानी और पशुपालन का काम अब केवल पुरुषों का काम नहीं है. महिलाएं भी इसमें बढ़चढ़ कर दिलचस्पी ले रही हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर जबरदस्त मुनाफा कमा रही हैं. बाइक पर दूध बेचने जात हुए दिखी लड़की…” पशुपालन की झांकी पर टिकी रही सबकी निगाहें.पूरी दुनिया की निगाहें प्रयाग में चल रहे महाकुंभ पर लगी है. क्या है कुंभ की कहानी इसकी शुरुआत कैसे हुई इसकी झलक दिखाती है ये तस्वीर. देखिए कैसे देव-असुर संग्राम के बीच जब समुद्र को मथा गया तो उसमें अमृत कलश निकला. उसकी बूंदे धरती पर प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में गिरी. ऐसे में देवगुरू बृहस्पति की चाल के हिसाब से हर 6 साल में अर्धकुंभ, 12 साल में कुंभ और 144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन होता है.गणतंत्र दिवस परेड में मध्यप्रदेश की आकर्षक झांकी में इस बार कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में हुई चीता की वापसी की झलक दुनिया के सामने देखने को मिली. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य सरकार की वन्यजीव संरक्षण के लिये प्रतिबद्धता को दोहराया है. इसलिए देश का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश राज्य से निकली गई झांकी की इस तस्वीर ने सुर्खियां बंटोरी.

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