Mahakumbh 2025: सनातन संस्कृति में ढले विदेशी मेहमान, महाकुंभ में आए नन्हे शिष्य ने गया गणेश वंदना, सुनते ही मंत्रमुग्ध हुए लोग
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प्रयागराज । Mahakumbh 2025: आस्था के महाआयोजन महाकुम्भ मे तरह तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं हठ योगी, तो कहीं नागाओं का स्वरूप, तो कहीं विदेशी संत इसी में रशिया की ये फैमली भी महाकुम्भ देखने आई है। ये लोग पायलट बाबा के शिविर में रुके हैं । इनके साथ जो छोटा बच्चा है ये अपनी भाषा के साथ ही हिंदी में भी बात करता है और इसका नाम रामा है। बता दें कि, यह बच्चा सनातन धर्म को आत्मसात करने का प्रयास कर रहा है और आप सुन सकते हैं किस तरह से यह गणेश वंदना भी कर रहा है ।
दरअसल, कुम्भ मेला हमेशा से ही विदेशियों के आकर्षण का केंद्र रहा है। इस वक़्त पायलट बाबा के शिविर में करीब दो दर्जन विदेशी रुके हैं और हर रोज पूजा पाठ और भजन में हिस्सा ले रहे हैं। विदेश के लोग सनातन अध्यात्म से इतना प्रभावित है कि इनको सारे मंत्र और श्लोक भी याद हैं।
Mahakumbh 2025: वहीं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी शैलेषा नन्द बताते हैँ की पायलेट बाबा के सानिध्य में हजारों फॉरनर दीक्षा ले चुके हैं और पायलेट बाबा के बाद वो ये संख्या बढ़ा रहे हैं। शैलेषा नन्द जी का कहना है कि, सनातन में ही शांति है जो सबको प्रभावित कर रही है । अपने आप में अनूठा यह आस्था का समागम और संगम न जाने कितने लोगों को सनातन सनातनियों और सनातन धर्म के महत्व से जोड़ता है। विशेष करके विदेशियों के लिए हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है ।