आंगनबाड़ी केंद्र में हो रही है भ्रस्टाचार

पखांजुर से हरण बिस्वास
पखांजुर : खबर कांकेर जिला के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र छोटेबेठिया से लगभग 15 किलोमीटर दूर रेंगावाही सेक्टर की है जहा अंदरूनी क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र में पत्रकारों को सूत्र से जानकारी मिला की अति संवेदनशील ओर मुख्यालय से दुरी होने के कारण रेंगावाही क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चो को सही मात्रा में ओर प्रत्येक दिन गरम भोजन की नियमित ब्यवस्था तथा गर्वबती महिलायों की प्रतिदिन पोष्टिक आहार सुचारू रूप से नही दिया जाता है, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका से पूछे जाने पर उनके द्वारा घुमा फिराके जवाब मिला एवं किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र में उचित राशन व खाद्य सामग्री भी नही दिखा, जब पत्रकारों द्वारा आंगनबाड़ी में उपस्थित कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा राशन सामग्री के बारे में पूछा गया की समान तो केंद्र में नही है तो क्या समिति द्वारा सामान नही दिया जाता है? तब सिरपुर पि व्ही 93 के आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ता द्वारा बाते घुमाते हुए कहा गया की सामान मिलता है लेकिन केन्द्रों में नही रखा हु घर में रखा हु| रेंगावाही के आंगनबाड़ी केंद्र तो बंद ही पाया गया जिसकी जानकारी कुछ बच्चो से लिया गया तो उनका कहना था की प्रत्येक दिन 1 बजे तक बंद करके चले जाते है मैडम वही पि व्ही 95 अशोक नगर के केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सामान नही है बताया गया | जिसके बाद हमारे टीम छत्तीसगढ़ के अंतिम क्षेत्र ग्राम बूरगी में गया तब वहा आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता अनुपस्थित मिला एवं आंगनबाड़ी के सहायिका द्वारा बताया गया की हम रोज दाल खिलाते है | और अंदर में सब्जी सड़ा हुआ मिला।रेंगावाही क्षेत्र में आंगनबाड़ी केन्द्रों की गरम भोजन समिति सरस्वती स्व सहायता समूह को संचालित कर रहे समिति के अध्यक्ष को पूछा गया तब श्रीमती अर्चना बिस्वास जो की स्वं भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है एवं उनके केंद्र बंद पाया गया, केंद्र बंद के सम्बन्ध में कोई जवाब नही मिला एवं जब समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में सामान न होने की बात पूछा गया तब उनके द्वारा बताया गया की समिति द्वारा हर महिना के 5 तारिक तक समस्त जरुरत की सामान जो नियमो के आधार पर है वह सभी केन्द्रों में दे दिया जाता है उसके बाद समिति का जिम्मेदारी नही होती है की केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा क्या करते है सामान का | कई आंगनबाड़ी केन्द्रों में पाया गया की केन्द्रों ही बंद कर देते है निर्धारित समय से पहले | रेंगावाही सेक्टर के एक भी आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रत्येक महा प्राप्त सामानों का कोई लेखा जोखा नही होती है, इस बारे में कार्यकर्ता व सहायिका से पूछे जाने पर उनके द्वारा जवाब मिला की रिपोर्ट बनाने की जरुरत नही परता है, इस प्रकार आंगनबाड़ी केंद्र में हो रही भ्रस्ताचार को झेल रहे है आंगनबाड़ी के बच्चे ओर गर्वबती महिलाये जिनको नही मिल पा रही है पर्याप्त भोजन | आखिर इसका जिम्मेदार कौन? क्या समिति द्वारा सामान नही भेजा जाता है केंद्र में ? या फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा सामान का उपयोग नही किया जाता है? अगर समिति सामान भेजते है तो आंगनबाड़ी केंद्र में सामान क्यों नही मिला पत्रकारों को ? इस सम्बन्ध में जब रेंगावाही सेक्टर के सुपर वाईजर मैडम से पूछा गया तब उनका कहना है की आपलोग महिना के लास्ट में जाओगे तो कहा से सामान दिखेगा? जबकि 19 दिसम्बर 2019 को पत्रकारों द्वारा केन्द्रों में जा के पता किया गया था ओर केंद्र के कार्यकर्ता द्वारा बताया गया की सामान घर में रखा है| अब इसकी सच क्या है?