मुस्लिम समुदाय ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय अल्पसंख्यक दिवस
युवाओं ने मांगा शिक्षा, रोजगार प्रशिक्षण और योजनाओं की जानकारी
भिलाई। अंतरराष्ट्रीय अल्प संख्यक अधिकार दिवस सुपेला में मनाया गया जिसमें मुस्लिम समुदाय के सैय्यद असलम ने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को बताया कि हम किस तरह से अपने समाज को सामाजिक, आर्थिक, ओर शैक्षणिक स्तर पर अन्य समाजो व धर्म ओर जाति के भांति विकास की पथ ला सकते है। इसी उद्देश्य के प्राप्ति के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 18 दिसंबर 1992 को विश्व स्तर पर अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाने का निर्णय लिया था।
सुपेला बाजार के युवा सामाजिक नेता मोहम्मद मोहसिन कुरैशी ने इस अवसर पर कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के कारोबारियों को शासन लघु उद्योग व कुटीर उद्योगों के लिए प्रशिक्षण दे ताकि वे अपने कारोबार का स्तर सुधार सके । सैय्यद असलम ने बताया कि भारत मे मुस्लिम, सिख, ईसाई व पारसी एंव बौध्द धर्म के मनाने वाले अल्पसंख्यक समुदाय मे आते है इनके लिए उच्च शिक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग क्लासेस आयोजित करने की जरुरत है जिससे इन समुदाय के विधार्थी शैक्षिक स्तर सुधार कर सके। समुदाय के अधिकांश लोगों ने कहा कि शासन की क्या क्या योजनाएं आती है हमें इसकी जानकारी नहीं होती है हमारे समाज को तो केवल सिलाई मशीन ओर ठेला बाटकर केवल खाना पूर्ति की जाती है। हम युवाओं को आगे की शिक्षा, उघोग व कारोबार के लिए प्रशिक्षण तथा समय-समय पर शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारियां देने की पहल होनी चाहिए। इस संबंध बैठक मे निर्णय लिया गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को अल्पसंख्यक समुदाय की मांगों के संबध मे ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक मे जुनैद, हनीफ, तस्लीम, मोहम्मद वकील, वासिम कुरैशी, डेविड, इलियास, शफीक, सतपाल सिंह, जगतार सिंह, सतीश, गणेश, महेश बागंडे सहित अल्पसंख्यक समुदाय के मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, बौध्द समाज के सदस्यों उपस्थित थे।