Bilaspur news:– बिलासपुर नगरीय क्षेत्र स्थित शासकीय भूमि एवं नजूल भूमि का मिशल बंदोबस्त एवं अधिकार अभिलेख में भौतिक सत्यापन कर वर्तमान अभिलेख की स्थिति एवं भूमि स्वामी दर्ज होने का कारण सहित विवरण पेश करने हेतु एसडीएम बिलासपुर की अध्यक्षता में 1 से 9 दलों का गठन किया गया था। जिन्होंने आज जांच रिपोर्ट सौंप दी है।
Bilaspur बिलासपुर। सरकारी जमीनों और नजूल जमीनों के मिसल बंदोबस्त एवं अधिकार अभिलेख से भौतिक सत्यापन कर वर्तमान अभिलेख की स्थिति एवं भूमि स्वामी दर्ज होने के कारण सहित विवरण की जांच कर बिलासपुर एसडीएम की अध्यक्षता में बनाई गई जांच टीम ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। अब इसका कलेक्टर द्वारा बनाई गई कमेटी परीक्षण करेगी फिर शासकीय जमीनों की अवैध बिक्री और कब्जे की रजिस्ट्रियां शून्य कर वापस शासकीय भूमि के रूप में अभिलेखों में रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा।
शासकीय जमीनों के कब्जे, रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर निजी व्यक्तियों के नाम पर दर्ज करने की लगातार शिकायतों को बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने संज्ञान लिया था। इसकी जांच के लिए उन्होंने बिलासपुर एसडीएम पीयूष तिवारी की अध्यक्षता में 9 जांच टीम बनाई थी। बिलासपुर नगरीय क्षेत्र स्थित शासकीय भूमि एवं नजूल भूमि का मिशल बंदोबस्त एवं अधिकार अभिलेख से भौतिक सत्यापन कर वर्तमान अभिलेख की स्थिति एवं भूमि स्वामी दर्ज होने का कारण सहित विवरण पेश करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी बिलासपुर (राजस्व) की अध्यक्षता में 9 जांच टीम बनाई गई थी। जांच दल ने अपने प्रभार क्षेत्र में सर्वेक्षण और भौतिक सत्यापन किया। इसके बाद जांच दल के अध्यक्ष बिलासपुर एसडीएम पीयूष तिवारी ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है।
उक्त जांच रिपोर्ट के निरीक्षण के लिए बनाई गई है कमेटी,:–
एसडीएम के अध्यक्षता में 9 जांच टीमों ने जांच कर अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। उक्त जांच रिपोर्ट का परीक्षण करने के लिए एडिशनल कलेक्टर शिवकुमार बनर्जी की अध्यक्षता में 8 सदस्यीय समिति बनाई गई हैं। जिसमें अध्यक्ष शिवकुमार बनर्जी के अलावा नगर निगम के अपर आयुक्त खजांची कुमार, संयुक्त कलेक्टर मनीष साहू, नजूल अधिकारी एसएस दुबे, अधीक्षक भू अभिलेख केएस यादव, नजूल तहसीलदार शिल्पा भगत, डिप्टी डायरेक्टर नगर एवं ग्राम निवेश भानु पटेल, प्रभारी
उप अभियंता नगर निगम जुगल किशोर सिंह शामिल है।
एसडीम की अध्यक्षता में बनी 9 जांच टीमों में ये रहे थे शामिल:–
एसडीम की अध्यक्षता में 9 जांच टीमें बनी थी। टीमों ने नजूल अधिकारी एसएस दुबे, तहसीलदार अतुल वैष्णव, अतिरिक्त तहसीलदार मुकेश देवांगन, अतिरिक्त तहसीलदार गरिमा ठाकुर, अतिरिक्त तहसीलदार सिद्धि गबेल,नायब तहसीलदार नेहा विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार राहुल शर्मा, तहसीलदार सकरी अश्वनी कंवर, नायब तहसीलदार रुचिका अग्रवाल के प्रभार में जांच की।