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Surya Grahan 2024: सूर्यग्रहण के साये में शुरू होगी चैत्र नवरात्रि, सूतक काल में कैसे होगी अमावस्या पूजन और कलश स्थापना, जानें यहां

Surya Grahan 2024: सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। साल में कुल चार नवरात्रि पड़ती है। चैत्र माह की नवरात्रि इस वर्ष 9 अप्रैल से शुरू होगी। 17 अप्रैल को रामनवमी के साथ ही महापर्व का समापन होगा। इस बार खास बात ये कि नवरात्रि की शुरुआत खरमास और सूर्य ग्रहण के साये में शुरू होगी। बता दें कि 8 अप्रैल को चैत्र अमावस्या है और इस दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह ग्रहण 8 अप्रैल की रात को लग रहा हैं, ऐसे में नवरात्रि को लेकर भी सूर्य ग्रहण के बारे में जानना जरूरी है।

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कब लगेगा सूर्य ग्रहण

8 अप्रैल 2024 को सूर्य ग्रहण रात 09:12 मिनट से मध्य रात्रि 01:25 मिनट तक रहेगा। यानी 9 अप्रैल को जिस दिन से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, उस दिन सूर्य ग्रहण का साया रहेगा। इस ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट तक होगी। इसी दिन से हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ हो जाएगा। इसी दिन घट स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र की शुरुआत होगी। ऐसे में ग्रहण के सूतक काल और नवरात्रि में ग्रहण काल में स्थापना से पहले एक बार विचार जरूर कर लें।

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 सूतक काल का समय 

बता दें कि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है, इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा। ऐसे में भारत के लोग बिना किसी दुविधा के 8 अप्रैल को अमावस्या पूजन, 9 को कलश स्थापना कर सकते हैं। बता दें कि सूर्य ग्रहण का सूत 12 घंटे पहले लग जाता है। इस हिसाब से जिन देशों में यह दिखेगा वहां 8 अप्रैल को सुबह से सूतक काल होगा।

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